नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्विटर अकाउंट को कुछ देर के लिए हैक कर लिया गया। ये अकाउंट उनकी निजी वेबसाइट narendramodi.in से लिंक था। उनके इस अकाउंट पर 25 लाख से ज्यादा फॉलोवर्स हैं.।अकाउंट हैक करने के बाद हैकर्स बिटक्वॉइन की मांग करने लगे। हैकर्स ने ट्वीट करते हुए पीएम नेशनल रिलीफ फंड में क्रिप्टो करेंसी के जरिए दान देने की मांग की। हालांकि, बाद में अकाउंट को रिकवर कर लिया गया।
हैकर्स ने ट्वीट करते हुए पीएम नेशनल रिलीफ फंड में क्रिप्टो करंसी के जरिए दान देने की बात कही. हालांकि, बाद में अकाउंट को रिकवर कर लिया गया. पीएम मोदी की पर्सनल वेबसाइट का टि्वटर अकाउंट पर पर एक मैसेज में लिखा गया कि “मैं आप लोगों से अपील करता हूं कि कोविड-19 के लिए बनाए गए पीएम मोदी रिलीफ फंड में डोनेट करें”. पीएम के ट्विटर हैंडल पर करीब आधे दर्जन ट्वीट किए गए. सारे ट्वीट में पैसे डोनेट करने की मांग की गई थी. एक और ट्वीट में हैकर ने लिखा, यह अकाउंट जॉन विक ने हैक किया है
समाचार एजेंसी रॉयटर्स से बातचीत करते हुए ट्विटर ने भी माना है कि पीएम मोदी के निजी वेबसाइट से लिंक अकाउंट कर लिया गया था. बता दें कि इसके कुछ दिन पहले हैकर्स ने दुनियाभर के बड़े राजनेताओं, बिजनेसमैन और बॉलीवुड की मशहूर हस्तियों के अकाउंट को हैक कर क्रिप्टोकरंसी की मांग की थी. इनमें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा, माइक्रोसॉफ्ट के फाउंडर बिल गेट्स, वारेन बफे, अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार जो बिडेन भी शामिल थे।
क्या है बिटकॉइन?
बिटकॉइन एक तरह की वर्चुअल करेंसी है. ये दूसरी करेंसी जैसे डॉलर, रुपये या पाउंड की तरह भी इस्तेमाल की जा सकती है. ऑनलाइन पेमेंट के अलावा इसको डॉलर और दूसरी एजेंसी में भी एक्सचेंज किया जा सकता है. ये करंसी बिटकॉइन के रूप में साल 2009 में चलन में आई थी. आज इसका इस्तेमाल ग्लोबल पेमेंट के लिए किया जा रहा है.