खाप पंचायतों का राजनीतिक दुरुपयोग!

2 अप्रैल 2023 को हरियाणा के जींद शहर में पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड, दिल्ली, राजस्थान तथा गुजरात की 165 खापों की महापंचायत कंडेला खाप के चौधरी ओम प्रकाश की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। सम्मेलन में सामाजिक सरोकारों व सामाजिक स्थिति पर गहनता से विचार-विमर्श हुआ और सामाजिक कुरीतियों को दूर करने को कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पास हुए।

वर्तमान परिस्थितियों में जींद महापंचायत का सबसे महत्वपूर्ण प्रस्ताव खापों की शक्ति व संगठन का राजनीति दुरुपयोग रोकने का है। महासम्मेलन में एक स्वर से कहा गया कि खापों का राजनीतिक दुरुपयोग नहीं होना चाहिए। सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुआ कि जो व्यक्ति खापों का राजनीतिक इस्तेमाल करेगा, उसे किसी खाप का चौधरी या पदाधिकारी नहीं चुना जाये।

भारत में खापों का इतिहास बहुत पुराना है। खापों के महासंघ को सर्वखाप पंचायत का नाम दिया गया था। इस राष्ट्रवादी संगठन का पुनीत इतिहास स्वर्ण अक्षरों में लिखा इतिहास है। सम्राट हर्षवर्धन से लेकर मुगलशासकों तक के कालखंड का इतिहास खापों की महत्ता और देशभक्ति की शानदार परम्पराओं का गौरवशाली इतिहास है।

यह दुर्भाग्यशील विडम्बना है कि निजी स्वार्थों और राजनीतिक उद्देश्यों के लिए खाप पंचायतों को ढाल बना कर उनका दुरुपयोग किया जा रहा है। कुछ लोग निजी महत्त्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए खापों में फूट डालने, गुटबाजी पैदा करने और खापों को अपनी राजनीति का मोहरा बनाने में जुटे रहते हैं जिससे हजारों वर्षों पुराने सामाजिक संस्था के मूल उद्देश्यों को चोट पहुंची है और सुप्रीम कोर्ट जैसी शीर्ष न्यायिक संस्थायें खाय पंचायतों पर नकारात्मक टिप्पणियां करती हैं, जब कि खाप पंचायतें समाज को सुदृढ़, संस्कारित एवं राष्ट्रहित में सन्नघ रहने का माहौल बनाने में आज भी उतनी ही उपयोगी हो सकती हैं, जितनी हजारों वर्ष पूर्व थी।

राजनीतिक उद्देश्य से खापों का दुरुपयोग धोर अपराध और विघटनकारी कुकृत्य है क्योंकि खापों में विभिन्न राजनीतिक विचारों के लोग हैं। यक्ष प्रश्न यह है कि क्या प्रस्ताव पारित करने से खापों का राजनीतिक दुरुपयोग रुक जाएगा? जो लोग छल-प्रपंच और धन बल से फूट डालने के हथकंडे अपनाते हैं, क्या वे प्रस्ताव पास करने से मान जायेंगे? प्रस्ताव पारित करने के बाद अब उस पर अमल भी होना चाहिए।

गोविंद वर्मा
संपादक ‘देहात’

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here