प्रशांत किशोर का दावा- मेरी मदद से ही टिके हैं नीतीश कुमार

जनुसराज पार्टी के सूत्रधार और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंक दिया है। उन्होंने पटना के गांधी मैदान में आज ‘बिहार बदलाव रैली’ की। कई जिलों से बस और कार में लोग आए। रैली में पार्टी के वरीय नेताओं के बाद प्रशांत किशोर अपना संबोधन दिया। मंच पर करीब पौने चार घंटे लेट पहुंचे प्रशांत किशोर ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार ने तानाशाही कर मुझे जेल में डाला था। लेकिन, कोर्ट ने मुझे न्याय दिया और बाइज्जत बरी कर दिया। प्रशांत किशोर ने कहा कि आज से 10 दिन बाद मैं यहीं से ‘बिहार बदलाव यात्रा’ पर निकलने वाला हूं। इस दौरान फिर से आप सबके बीच आऊंगा। हर पंचायत में जाकर विकसित बिहार की योजना आप लोगों के साथ शेयर करूंगा।

पीके ने सीएम नीतीश पर हमला बोलते हुए कहा कि 2015 में मैने नीतीश कुमार की मदद नहीं की होती तो वह राजनीति से संन्यास ले चुके होते। आज वह बहुत होशियार बन रहे हैं। प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश सरकार चाहे जितनी भी कोशिश कर ले, वह बिहार के बदलाव की आंधी को रोक नहीं पाएगी। इतना ही नहीं पीके ने अपनी रैली में भीड़ कम होने का दोष भी सरकार पर मढ़ दिया। उन्होंने कहा कि निकम्मी सरकार और प्रशासन के कुप्रबंधन के कारण दो लाख से अधिक लोग गांधी मैदान नहीं पहुंच सके। 

इधर, जनसुराज की इस रैली को लेकर पूरा पटना पोस्टरों से पाटा गया था।  पटना पुलिस ने इस रैली को लेकर भी पूरी तैयारी की थी। जगह जगह पुलिस बलों की तैनाती भी की गई थी। 

मौसम खराब होने के कारण नहीं आ पाए लोग
इधर, पीके के संबोधन से पहले जनसुराज के दावा किया था कि यह रैली ऐतिहासिक होगी और बिहार की राजनीति में बदलाव लाएगी। दावा यह भी किया गया था कि इस रैली में 10 लाख से अधिक लोग आएंगे। लेकिन, शाम चार बजे तक 50 हजार लोगों की भीड़ भी नहीं जुट पाई थी। कुर्सियां खाली नजर आईं और ड्रोन से वीडियो बनाकर भी प्रशांत-विरोधियों ने हमला बोला। भीड़ कम होने के सवाल पर जनसुराज के कार्यकर्ताओं ने कहा कि गुरुवार को मौसम खराब होने के कारण हजारों लोग नहीं आ पाए। लोग धूप होने के कारण गांधी मैदान में ही पेड़ों के नीचे बैठे रहे। आम लोगों और स्कूली बच्चों को परेशानी न हो, इस कारण हमलोगों ने दो बजे से कार्यक्रम करने का फैसला लिया। अब बिहार की जनता ने बता दिया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में जनसुराज बड़ा बदलाव लाएगी। 

चुनावी साल में प्रशांत किशोर की पहली रैली
शुक्रवार को बिहार के चुनावी साल में प्रशांत किशोर की पहली रैली थी, जिसका नाम ‘बिहार बदलाव रैली’ दिया गया। यानी, बिहार चुनाव में बदलाव होना है या नहीं। अब यही पोस्टर पीके के लिए मुसीबत बन सकता है, क्योंकि प्रशांत किशोर का विरोध करने वाले उसी के बहाने इनकी भीड़ के दावे का मजाक उड़ा रहे हैं। राजद ने तो तेजस्वी यादव की सामान्य सभा बनाम प्रशांत किशोर की रैली का बाकायदा एक वीडियो भी जारी कर दिया।

खाली कुर्सियों के सवाल पर जनसुराज ने यह कहा

इससे पहले जनसुराज की रैली में खाली कुर्सियों के सवाल पर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का कहना था कि बिहार के हर जिले से लाखों लोग आए हैं। हजारों लोग अभी भी आ रहे हैं। जनसुराज की ओर से एक वीडियो भी शेयर किया गया। इस वीडियो के जरिए बताया गया है कि हजारों लोग बायपास और गांधी सेतु पर जाम में फंसे हुए हैं। लोग अभी आ ही रहे हैं। यह ऐतिहासिक रैली हो गई है। 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here