खाद्य तेल की कीमत: महंगे तेल से जल्द मिलेगी राहत, जानिए घटे हुए दाम

देश में खाद्य तेलों के आयात शुल्क में कमी की अफवाह गलत निकलने से विदेशी बाजारों में गिरावट का रुख कायम हो गया तथा दिल्ली तेल तिलहन बाजार में शुक्रवार को सोयाबीन तथा सीपीओ और पामोलीन तेल कीमतों में गिरावट आई. बाकी तेल तिलहनों के भाव पूर्वस्तर पर बंद हुए.

बाजार सूत्रों का कहना है कि अफवाहों के गलत निकलने से मलेशिया एक्सचेंज में गुरुवार रात को आधा फीसदी और शिकागो एक्सचेंज में चार फीसदी की गिरावट आई थी जिसका सीधा असर घरेलू कारोबार पर भी दिखा. उल्लेखनीय है कि देश में खाद्यतेल की कमी को पूरा करने के लिए मुख्य रूप से सीपीओ और सोयाबीन डीगम का भारी मात्रा में आयात किया जाता है. इसी कारण से विदेशों में आई गिरावट के कारण घरेलू बाजार में सोयाबीन और सीपीओ तेल कीमत में गिरावट आई. इधर फूड सेक्रेटरी सुधांशु पांडेय ने गुरुवार को कहा था कि कुकिंग ऑयल की कीमत में गिरावट का सिलसिला दिख रहा है. फ्यूचर मार्केट में दिसंबर तक कीमत में गिरावट का ट्रेंड है. साथ में उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की नजर तेल और दाल की कीमतों पर है.

तेल और दाल की 28 मई की कीमत

28 मई की रेट की बात करें तो डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स की तरफ से जारी रेट लिस्ट के मुताबिक, वनस्पति तेल की कीमत 124 रुपए प्रति किलोग्राम, सोयाबिन तेल की कीमत 142 रुपए, मूंगफली तेल की कीमत 173 रुपए प्रति किलोग्राम थी. खाने के तेल के भाव में 50 फीसदी तक का उछाल आया है. वहीं दाल की बात करें तो मसूर दाल की कीमत 82 रुपए, चना दाल 78 रुपए , तुअर दाल 107 रुपए , उड़द दाल 103 रुपए प्रति किलोग्राम बिक रहा है . दाल की कीमत में सालाना आधार पर 10-20 फीसदी तक की तेजी है.

अफवाह से किसानों के हौंसले होंगे पस्त

सूत्रों ने कहा कि सोयाबीन बिजाई और कटाई के मौके पर इस तरह की अफवाहों से तिलहन कारोबार और विशेष रूप से किसानों के हौसले पस्त होते हैं. सूत्रों का मानना है कि ये अफवाह उड़ाने वाले वो लोग हैं जिनके मलेशिया और अर्जेन्टीना में प्रसंस्करण संयंत्र है और ये नहीं चाहते कि देश तेल तिलहन उत्पादन के मामले में आत्मनिर्भर बने.

किसानों को भरोसा देना जरूरी

उन्होंने कहा कि अभी सोयाबीन की बिजाई हो रही है आगे सरसों, मूंगफली की भी होगी. ऐसे में अफवाह फैलाने वालों पर लगाम लगाना जरूरी होगा. सूत्रों ने कहा कि तेल तिलहन में देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए किसानों को बेहतर दाम देना सुनिश्चित करना होगा जिससे वे उत्पादन बढ़ाने के लिए उत्साहित होंगे.

बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपए प्रति क्विंटल)

सरसों तिलहन – 7,350 – 7,400 (42 फीसदी कंडीशन का भाव) रुपए.

मूंगफली दाना – 5,920 – 5,965 रुपए.

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात)- 14,500 रुपए.

मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल 2,320 – 2,350 रुपए प्रति टिन.

सरसों तेल दादरी- 14,465 रुपए प्रति क्विंटल.

सरसों पक्की घानी- 2,330 -2,380 रुपए प्रति टिन.

सरसों कच्ची घानी- 2,430 – 2,530 रुपए प्रति टिन.

तिल तेल मिल डिलिवरी – 15,000 – 17,500 रुपए.

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 15,200 रुपए.

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 15,000 रुपए.

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 13,750 रुपए.

सीपीओ एक्स-कांडला- 11,550 रुपए.

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 13,500 रुपए.

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 13,480 रुपए.

पामोलिन एक्स- कांडला- 12,380 (बिना जीएसटी के)

सोयाबीन दाना 7,600 – 7,650, सोयाबीन लूज 7,550 – 7,600 रुपए

मक्का खल 3,800 रुपए

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