प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल सुबह 11 बजे परीक्षा पे चर्चा करेंगे. इसके लिए देशभर के छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से वो संवाद करेंगे. इस कार्यक्रम का प्रसारण दूरदर्शन और पीएमओ यूट्यूब चैनल पर किया जाएगा. परीक्षा से जुड़े तनाव को दूर करने, बेहतर पढ़ाई के तरीकों और मानसिक स्वास्थ्य जैसे अहम टॉपिक्स पर प्रधानमंत्री छात्रों से बातचीत करेंगे. वहीं, परीक्षा पे चर्चा 2025 ने देश भर में 5 करोड़ की भागीदारी के साथ एक रिकॉर्ड भी बनाया है.
इस साल हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों से कुल 36 छात्रों का सेलेक्शन किया गया है. इनमें सरकारी स्कूलों, केंद्रीय विद्यालय, सैनिक स्कूल, नवोदय विद्यालय, एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय और सीबीएसई स्कूलों के छात्र शामिल हैं. ये छात्र प्रधानमंत्री से सीधे संवाद करेंगे और अपनी जिज्ञासाओं के समाधान लेंगे. इस संवाद का उद्देश्य विविधता और समावेशिता को बढ़ावा देना है.
आठ एपिसोड में होगा इसका आयोजन
पीपीसी 2025 को इस बार एक नए और रोमांचक तरीके से दिखाया जाएगा. इसे आठ एपिसोड के सेक्शन में डिवाइड किया गया है. इसमें कई क्षेत्रों के विशेषज्ञ भी छात्रों को बताएं देंगे. पहले एपिसोड में प्रधानमंत्री मोदी छात्रों से संवाद करेंगे, जबकि बाकी के सात एपिसोड में खेल, मानसिक स्वास्थ्य, पोषण, प्रौद्योगिकी, सकारात्मकता, ध्यान और सफलता की कहानियों से जुड़े विशेषज्ञ शामिल होंगे. इन सभी टॉपिक्स पर एमसी मैरीकॉम, दीपिका पादुकोण, गौरव चौधरी (तकनीकी गुरुजी), सदगुरु, विक्रांत मैसी, भूमि पेडनेकर और कई मशहूर हस्तियां छात्रों से संवाद करेंगी.
मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान
परीक्षा के दौरान छात्रों को होने वाले मानसिक तनाव को कम करने के लिए पीपीसी 2025 में इस बार मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक संतुलन पर विशेष जोर दिया गया है. दीपिका पादुकोण इस विषय पर चर्चा करेंगी और छात्रों को आत्म-अभिव्यक्ति के महत्व के बारे में बताएंगी. इसी तरह, सदगुरु मानसिक स्पष्टता और ध्यान तकनीकों के माध्यम से छात्रों की एकाग्रता बढ़ाने पर बात करेंगे. इसके अलावा, रुजुता दिवेकर और शोनाली सबरवाल छात्रों को संतुलित आहार और अच्छी नींद के महत्व के बारे में जागरूक करेंगी.
सफलता की कहानियां
पीपीसी 2025 में इस बार सफलता की कहानियों पर भी स्पेशल ध्यान दिया जाएगा. कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे यूपीएससी, आईआईटी-जेईई, सीएलएटी, एनडीए और सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के टॉपर्स अपने अनुभव साझा करेंगे. वे बताएंगे कि परीक्षा पे चर्चा से उन्हें किस तरह प्रेरणा मिली और उनकी अध्ययन रणनीतियों में क्या बदलाव आए. इसी तरह, पिछली परीक्षा पे चर्चा में भाग ले चुके छात्र भी अपने अनुभव साझा करेंगे.