गणतंत्र दिवस के अवसर पर उपद्रवियों ने अमृतसर के हेरिटेज स्ट्रीट में भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा तोड़ने की कोशिश की। इसके साथ ही उपद्रवियों ने सामने रखे संविधान को भी आग के हवाले कर दिया। इस मौके पर लोगों ने उसे पकड़ पुलिस के हवाले कर दिया पुलिस ने मौके पर ही बदमाशों को गिरफ्तार कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
एक तरफ आज देशभर में 76वां गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है क्योंकि इसी दिन भारत में संविधान लागू हुआ था। दूसरी ओर, संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा जो अमृतसर के हेरिटेज स्ट्रीट पर स्थित है उसे एक शरारती व्यक्ति द्वारा तोड़ने का प्रयास किया गया तथा संविधान को भी आग के हवाले कर दिया।
इस मौके पर मौजूद लोगों ने उसे नीचे उतर पुलिस के हवाले किए। जब इस बात की जानकारी विभिन्न दलित समाज संगठनों को मिली तो वे मौके पर पहुंचे और अपना विरोध जताया। इस संबंध में पत्रकारों से बात करते हुए दलित समाज के नेताओं ने कहा कि हमने डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा के पास पुलिस सुरक्षा की भी मांग की थी, लेकिन पुलिस ने इस ओर ध्यान नहीं दिया और आज कुछ शरारती तत्वों द्वारा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को खंडित कर दिया।
उन्होंने कहा कि पुलिस ने उस व्यक्ति को हिरासत में ले लिया है, लेकिन हम चाहते हैं कि उस व्यक्ति को हमारी इच्छा के अनुसार सजा मिले। वहीं जब इस मामले में मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी विशालजीत सिंह एसपी अमृतसर सिटी वन से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्होंने बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है और वह व्यक्ति अमृतसर से बाहर के जिले का रहने वाला है। फिलहाल उसके अमृतसर आने के कारणों का भी पता लगाया जाएगा और पुलिस उससे सख्ती से पूछताछ करेगी। इस घटना को लेकर विभिन्न धार्मिक व सामाजिक संगठनों ने अमृतसर बंद का एलान किया है।