पंजाब का कुख्यात गैंगस्टर जयपाल भुल्लर अब इस दुनिया में नहीं रहा। सिर्फ उसके जुर्म की कहानियां ही बाकी हैं। बुधवार को कोलकाता में वहां स्पेशल टास्क फोर्स ने जवाबी कार्रवाई में जयपाल भुल्लर और जसप्रीत जस्सी को मार गिराया। जयपाल और जस्सी दोनों खिलाड़ी से नशा तस्कर बने फिर गैंगस्टर बन गए। गैंगस्टर जयपाल वर्ष 2003 से पहले शहीद भगत सिंह स्टेडियम में हेमर थ्रो का अभ्यास करता था। वह पंजाब का हेमर थ्रो का अच्छा खिलाड़ी था और जालंधर में भी अभ्यास करता रहा है। जालंधर में उसकी दोस्ती शेरा से हुई और दोनों इकट्ठे रहने लगे। वहीं से वह बुरी संगत में पड़ गया और उसने 2003 में अपराध की दुनिया में कदम रखा।जानकारी के अनुसार जयपाल और शेरा दोनों इकट्ठे जिम जाते थे। यहां उसकी बुरे लोगों से दोस्ती हो गई। जब जयपाल के इंस्पेक्टर पिता को पता चला कि जयपाल बुरी संगत में पड़ गया है तो वे उसे अपने साथ लुधियाना ले आए।
इसके बाद पिता फिल्लौर में छह माह की ट्रेनिंग में चले गए तो जयपाल को आजादी मिल गई। इसी समय लुधियाना में जमीनी झगड़े में जयपाल पर केस दर्ज हुआ। पिता ट्रेनिंग से लौटे तब तक जयपाल गैंगस्टर बन चुका था। पिता को इसकी जानकारी मिली तो पूरे परिवार को शर्मिंदगी सहनी पड़ी कि जयपाल ने किसी की हत्या कर दी है
इसके बाद तो लुधियाना, चंडीगढ़ और बठिंडा जेल में जयपाल का आना-जाना हो गया। जयपाल और शेरा दोनों इकट्ठे अपराध को अंजाम देते थे। वर्ष 2012 में पुलिस ने शेरा को बठिंडा में मार गिराया तो जयपाल को गहरा सदमा लगा। जयपाल ने शेरा की मौत का बदला लेने की ठान ली। उसे शक था कि गैंगस्टर जसविंदर रॉकी ने पुलिस से शेरा की मुखबिरी की है।
जयपाल ने 30 अप्रैल 2016 को परवाणू के पास रॉकी की हत्या कर दी। उसके बाद जयपाल घर नहीं लौटा और पुलिस ने परिवार को तंग करना शुरू कर दिया। बताते हैं कि इस वारदात से पहले पिता एक बार जयपाल को जमानत पर छुड़ा लाए थे और वह घर रहने लगा था। लेकिन जयपाल के दोस्तों ने उसका साथ नहीं छोड़ा।
जयपाल परिवार को यह कहकर घर से चला गया कि मुझे जीने दो और खुद भी जी लो। इसके बाद विक्की गौंडर से मिलकर उसने गैंग तैयार किया और लूटपाट व हत्या की वारदातों को अंजाम देने लगा। इस पर परिवार ने उसे बेदखल कर दिया आज जयपाल पर 50 से अधिक केस दर्ज हैं। पिता ने अपने दूसरे बेटे को पुलिस से बचाने के लिए विदेश भेज दिया है। जबकि पुलिस की दबिश से तंग आकर वे पिछले एक माह से घर से गायब हैं
गैंगस्टर जयपाल भुल्लर पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में मुठभेड़ के दौरान मार गिराया गया। लुधियाना के जगरांव में दो एएसआई की हत्या मामले में आरोपी की पंजाब पुलिस को तलाश थी। जयपाल के मारे जाने के साथ ही पंजाब में जुर्म के एक अध्याय का अंत हो गया है। गैंगस्टर जयपाल भुल्लर पंजाब के फिरोजपुर जिले का रहने वाला था। उसका नाम सुर्खियों में तब आया जब उसने फाजिल्का निवासी गैंगस्टर जसविंदर सिंह रॉकी परवाणू में गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड से पहले फिरोजपुर इंडस्ट्रियल क्षेत्र में जयपाल की पहचान एक साधारण व्यक्ति के तौर पर थी। जबकि वह पंजाब के बाहर लूटपाट समेत तमाम वारदातों को अंजाम देता रहा था। इस पर परिवार ने उसे बेदखल कर दिया आज जयपाल पर 50 से अधिक केस दर्ज हैं। पिता ने अपने दूसरे बेटे को पुलिस से बचाने के लिए विदेश भेज दिया है। जबकि पुलिस की दबिश से तंग आकर वे पिछले एक माह से घर से गायब हैं।
इंस्पेक्टर का बेटा बन बैठा गैंगस्टर
जयपाल भुल्लर की कहानी का एक हिस्सा यह है कि वह इंस्पेक्टर का बेटा है। उसके पिता पंजाब पुलिस में इंस्पेक्टर थे। हालांकि अब वह सेवानिवृत्त हो चुके हैं। उल्लेखनीय है कि बुधवार को कोलकाता में पुलिस से हुई मुठभेड़ में जयपाल समेत दो आरोपी मारे जा चुके हैं।
खुफिया सूत्रों के अनुसार जयपाल ने फिरोजपुर कैंट निवासी दीपू ढींगड़ा की भी हत्या की थी। जयपाल पर पचास से अधिक लूटपाट और हत्या के मामले दर्ज हैं। पुलिस को इसकी बहुत पहले से तलाश थी। कुछ दिन पहले जगरांव में दो एएसआई की हत्या करने पर पुलिस ने इसकी तलाश तेज कर दी थी। फिरोजपुर इंडस्ट्रियल एरिया स्थित जयपाल की कोठी पर पुलिस की पैनी नजर थी लेकिन रॉकी की हत्या करने के बाद जयपाल अपने घर नहीं लौटा था।
फिरोजपुर की बस्ती टैंकावाली के रहने वाले चंदू गैंगस्टर ने चंदू गैंग नाम से अपना गिरोह बनाया था। उसके गैंग के लोग फिरोजपुर में सक्रिय थे। जयपाल भी चंदू गैंग से जुड़ गया था। फिरोजपुर में एक दियोड़ा गैंग भी था। इन दोनों गिरोह में आपसी अदावत थी। दोनों गिरोहों ने एक-दूसरे के गैंग के लोगों की कई हत्याएं कीं। जानकारों का कहना है कि जयपाल ने गैंगस्टर विक्की गौंडर और प्रेमा लाहौरिया की मौत और चंदू के जेल जाने के बाद गिरोह की कमान संभाल ली थी।
जेल में बंद गैंगस्टर चंदू के इशारे पर भी जयपाल वारदातों को अंजाम देता था। जयपाल सुक्खा काहलवां हत्याकांड में शामिल था। चंदू-जयपाल गैंग में फरीदकोट निवासी बिल्ला ख्वाजके, उत्तर प्रदेश का शूटर असलम भी शामिल हैं, इनकी भी पुलिस को तलाश है। चंदू गैंग को जयपाल चला रहा था, इसका इतना भय था कि फिरोजपुर के ज्यादातर ठेकेदार से इसके गिरोह के लोग वसूली करते हैं। उक्त गैंग के कई राजनीतिक नेताओं से भी संबंध हैं। हाल में हुए नगर काउंसिल चुनाव में उक्त गैंग ने अहम भूमिका निभाई है।
रोहतक की तेज कॉलोनी में हुई पाड़ा मोहल्ला के युवक कामेश उर्फ रौनक की हत्या की गुत्थी सुलझ गई है। पुलिस को पता लगा है कि एक महिला वारदात से पहले सोमवार दोपहर पुलिस थाने में गई और मौखिक तौर पर कहा कि आरोपी राहुल उसकी नाबालिग बेटी को तंग करता है। उसने लिखित शिकायत देने के बजाय आरोपी को समझाने का आग्रह किया। इसके बाद सोमवार देर रात दो पक्ष आपस में भिड़ गए और 26 वर्षीय कामेश उर्फ रौनक की जान चली गई। कामेश उर्फ रौनक एमबीए दूसरे वर्ष का छात्र था। साथ ही पंजाब व दिल्ली में मॉडलिंग कर चुका था। इसके अलावा बॉक्सिंग का भी अच्छा खिलाड़ी रहा है। पुलिस ने दोनों मामलों की छानबीन की तो आरोपी एक ही निकला। आरोपी राहुल उर्फ नली को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद हत्या की जो वजह पुलिस के सामने आई, उससे सब चौंक गए। कामेश की हत्या के बाद आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लोगों ने रोड जाम कर दिया था।
पाड़ा मोहल्ला निवासी राजेश लोहट नगर निगम में स्टोर कीपर हैं। सोमवार रात उनके बेटे कामेश की हत्या कर दी गई। कामेश दो बहनों का इकलौता भाई था। राजेश ने पुलिस को बताया कि कामेश सोमवार रात को अपने दोस्त विशाल व शिवा के घर जाने की बात कहकर निकला था। रात करीब पौने 10 बजे शिवा के घर झगड़ा हो गया। झगड़े में राहुल उर्फ नली, सन्नी, रोहित व दो अन्य लड़कों ने मारपीट की। राहुल ने चाकू से रौनक की छाती व पेट में वार किए। विशाल, शिवा व फारूल ने बचाने का प्रयास किया, लेकिन आरोपी मौके से फरार हो गए। घायल कामेश को पीजीआई ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
राजेश ने पुलिस को बताया कि उसने कामेश के दोस्त विशाल व फारूल से झगड़े के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि सोमवार दोपहर राहुल ने एक किशोरी के साथ अभद्र व्यवहार किया था। उस समय कामेश, विशाल व उसके साथियों ने लड़की की मदद की थी। आरोपी मौके से फरार हो गया था। इसी रंजिश के चलते वारदात को अंजाम दी गई। वहीं पुलिस का कहना है कि लड़की की मां पुलिस के पास आई थी, लेकिन आरोपी राहुल के खिलाफ लिखित शिकायत नहीं दी। कहा कि आरोपी को बुलाकर समझा दें। पुलिस ने पता किया तो आरोपी घर पर नहीं था। देर रात दोनों पक्षों में झगड़ा ही हो गया। इसमें एक युवक की जान चली गई।
मृतक कामेश के परिजनों ने मंगलवार को पुलिस को 2 मिनट 19 सेकेंड की एक वीडियो क्लिप सौंपी है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कुछ युवक एक युवक को पीटते हुए एक घर के सामने पहुंचे। एक मिनट तक झगड़ा होता रहा। तभी एक युवक डंडा लेकर आया, लेकिन कामेश ने डंडा छीन लिया। फिर दोनों पक्ष भिड़ गए। अगले 45 सेकेंड डंडे व मुक्के चले। लोग दोनों पक्षों को अलग-अलग करने के बजाय देखते रहे। तभी एक पक्ष गली के अंदर चला गया। एक युवक वापस आया, जिसने कामेश पर तेजधार हथियार से छाती व पेट पर वार किए। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। कामेश को उसके साथी पीजीआई ले गए, जहां उसकी मौत हो गई।
पुलिस को जांच में पता चला है कि सोमवार को आरोपी युवक राहुल ने एक किशोरी से अभद्र व्यवहार किया था। उसकी मां पुलिस चौकी में गई थी, लेकिन लिखित शिकायत नहीं दी। इसके बाद शाम को कामेश व उसके दोस्तों के साथ आरोपियों का झगड़ा हो गया। पुलिस ने पांच के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपी राहुल उर्फ नली को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि उसका भाई सन्नी पीजीआई में दाखिल है, जहां पुलिस तैनात है। डॉक्टर से अनुमति मिलते ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।