भ्रष्टाचार विरोधी अन्ना हजारे के आन्दोलन की उपज आम आदमी पार्टी के कट्टर ईमानदार 6 मंत्री और 15 विधायक कदाचार एवं भ्रष्टाचार के आरोपों की गिरफ्त में अदालतों के दरवाजे खटखटा रहे हैं। इन कट्टर ईमानदारों को बचाने के लिए अरविन्द केजरीवाल एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं किन्तु पंजाब की दिनों दिन बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति की ओर इन कट्टर ईमानदारों को ध्यान देने की फुर्सत नहीं।
भिंडरावाला को अपना हीरो मानने वाले और पंजाब में खालिस्तान की मांग की जड़े मजबूत करने में जुटे अमृतपाल के आगे अरविन्द केजरीवाल के मुख्यमंत्री भगवन्त मान ने कैसे घुटने टेके, वे शर्मनाक दृश्य टी.वी. के जरिये पूरी दुनिया ने देखे थे। इस शर्मनाक कांड के बीच केजरीवाल भगवन्त मान को साथ लेकर उद्धव ठाकरे को समर्थन देने मुंबई जा पहुंचे। अजनाला की घटना पर केजरीवाल ने आज तक खतरनाक चुप्पी साध रखी हैं।
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद से वहां खालिस्तान समर्थकों की गैरकानूनी व अलगाववादी घटनाओं की बाढ़ आ गई है। पाकिस्तान की ओर से ड्रग व हथियारों की सप्लाई बढ़ गई है। राज्यपाल ने सीमावर्ती जिलों का दौरा किया तो भगवन्त मान केजरीवाल के पैटर्न पर राज्यपाल के विरुद्ध अभद्रता पर उतर आये।
भगवन्त मान की सरकार में असामाजिक तत्व बेलगाम हो चुके हैं किन्तु केजरीवाल व मान इस विस्फोटक स्थिति पर पर्दा डाल रहे हैं। 26 फरवरी 2023 को तरनतारन के गोइंदवाल साहिब की सेंट्रल जेल में लॉरेंस बिश्नोई व जग्गू भगवानपुरिया के गैंगो के बीच खूनी संघर्ष हुआ। इस दुस्साहसिक घटना में गैंगस्टर मनदीप सिंह तूफान व मनमोहन सिंह मोहना को मार दिया गया। इतना ही नहीं, दोनों की लाशों के पास गैंगस्टर सचिन भिवानी ने भंगड़ा किया।
इस कानून की धज्जियां उड़ाने वाली घटना को अरविंद केजरीवाल और भगवन्त मान छिपाये बैठे रहे। एक सप्ताह बाद जब इस खूनी वारदात का वीडियो वायरल हुआ तब आई. जी. सुखचैन सिंह गिल ने जेल अधीक्षक इकबाल सिंह बराड़, सहायक अधीक्षक हरीश कुमार, विजय कुमार, ए.एस.आई हरचंद सिंह, जोगेन्दर सिंह की गिरफ्तारी के आदेश दिये।
अजनाला की आप सरकार को खुली चुनौती देने के बाद तरनतारन की इस घटना ने पंजाब की बिगड़ती जा रही कानून व्यवस्था और केजरीवाल की पार्टी की असलियत का भंडाफोड़ कर दिया है।
गोविंद वर्मा
संपादक ‘देहात’