देशभर में 76वें गणतंत्र दिवस का जश्न धूमधाम के साथ मनाया गया. राजधानी दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजित समारोह में देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया गया. इस बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 76वें गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हार्दिक बधाई दी. पुतिन ने एक संदेश में कहा ‘माननीय श्रीमती राष्ट्रपति, माननीय श्री प्रधानमंत्री, कृपया राष्ट्रीय अवकाश – गणतंत्र दिवस के अवसर पर हार्दिक बधाई स्वीकार करें’
अपने संदेश में रूसी राष्ट्रपति ने पुतिन ने भारत की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला. उन्होंने भारत की प्रगति की सराहना करते हुए कहा ‘आर्थिक, सामाजिक, वैज्ञानिक, तकनीकी और अन्य क्षेत्रों में भारत की उपलब्धियां व्यापक रूप से जानी जाती हैं. आपका देश अंतरराष्ट्रीय स्थिरता, सुरक्षा और महत्वपूर्ण क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों को संबोधित करने में महत्वपूर्ण योगदान देता है’. इसके साथ ही पुतिन ने भारत की लोकतांत्रिक नींव की भी सराहना की.
भारत-रूस संबंध मजबूत
भारत के साथ अपने देश के संबंधों के बारे में बात करते हुए पुतिन ने कहा, “हम अपने राज्यों के बीच विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी के संबंधों को उच्च महत्व देते हैं. मुझे विश्वास है कि साथ मिलकर काम करके हम सभी क्षेत्रों में पारस्परिक रूप से लाभकारी द्विपक्षीय सहयोग की निरंतर वृद्धि सुनिश्चित कर सकते हैं. यह निस्संदेह रूस और भारत के मित्रवत लोगों के बुनियादी हितों को पूरा करता है.
‘नागरिकों की खुशी और कल्याण की कामना’
पुतिन ने भारत और रूस के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों के बारे में बात करते हुए उनकी विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी पर जोर दिया. उन्होंने कहा ‘हम भारत के साथ अपने संबंधों को अत्यधिक महत्व देते हैं. साथ मिलकर काम करके, हम सभी क्षेत्रों में पारस्परिक रूप से लाभकारी सहयोग की निरंतर वृद्धि सुनिश्चित कर सकते हैं. यह रूस और भारत के मित्रवत लोगों के बुनियादी हितों के अनुरूप है’. पुतिन ने हार्दिक शुभकामनाओं के साथ अपना संदेश समाप्त किया. उन्होंने कहा ‘ईमानदारी से आपके सर्वोत्तम स्वास्थ्य और हर सफलता के साथ-साथ सभी भारतीय नागरिकों की खुशी और कल्याण की कामना करता हूं’.
कर्तव्य पथ पर शानदार कार्यक्रम
राष्ट्रीय राजधानी के कर्तव्य पथ पर 76वें गणतंत्र दिवस समारोह में रंगारंग कार्यक्रमों की धूम रही. इस दौरान रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए. कई राज्यों की झांकियों ने समारोह में भाग लिया. वहीं सेना ने अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया. इस साल समारोह में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतोमुख्य अतिथि थे.