सर्वधर्म पूजा के साथ भारतीय वायुसेना में शामिल हुआ राफेल

नई दिल्ली: भारत और उसकी वायुसेना के लिए आज बेहद दी खास दिन है। आज राफेल फाइटर जेट औपचारिक रूप से वायुसेना का हिस्सा बन गया। फ्रांस से जुलाई में आए पांच विमानों को अंबाला स्थित 17वें स्क्वाड्रन, “गोल्डन ऐरो” में शामिल किया गया है। इस दौरान अंबाला एयरबेस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ खुद फ्रांसीसी रक्षा मंत्री फरोरेंस पार्ले भी मौजूद रहीं। वहीं हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज भी समारोह में मौजूद रहे। हरियाणा के अंबाला स्थित वायु सेना स्टेशन में एक शानदार समारोह में यह विमान वायु सेना के गोल्डन एरो स्कवाड्रन का हिस्सा बना। वहीं इस दौरान राफेल, स्वेदशी विमान तेजस और सारंग एयरोबेटिक टीम अपनी करतबाजी दिखाई। राफेल विमान को पारंपरिक तरीके से वाटर कैनन की सलामी भी दी गई।

जुलाई में मिले थे 5 राफेल
अत्याधुनिक लड़ाकू विमानों की कमी का सामना कर रही वायु सेना के लिए इस दिन को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि क्षेत्र में शक्ति संतुलन को बदलने की ताकत रखने वाला राफेल इसी दिन उसके लड़ाकू विमानों के बेड़े की शान बना। वायु सेना के लिए तुरूप का इक्का माने जाने वाले पांच राफेल विमानों की पहली खेप गत जुलाई में ही भारत आई थी। वायु सेना ने 59 हजार करोड़ रुपए की लागत से फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीद का सौदा किया है। चार और विमानों की अगली खेप के अक्टूबर में आने की संभावना है।

 CDS रावत समेत कई वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद
समारोह में चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया, रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार, DRDO के अध्यक्ष डॉ. जी सतीश रेड्डी, रक्षा मंत्रालय और सशस्त्र बलों के कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। 

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया संबोधित

रक्षा मंत्री राजना सिंह राफेल इंडक्शन सेरेमनी को संबोधित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वायुसेना में राफेल का शामिल होना एक ऐतिहासिक क्षण है। इस अवसर पर मैं अपनी आर्म्स फोर्सिज सहित सभी देशवासियों को बधाई देता हूं। हम दोनों ने एक दूसरे को समझा है। भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक भागीदारी है जो समय के साथ मजबूत हो रही है। मजबूत लोकतंत्र के प्रति हमारी आस्था और सम्पूर्ण विश्व में शांति की कामना, हमारे आपसी संबंधो के आधार हैं। राफेल इंडक्शन पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा और कड़ा संदेश है, खासकर हमारी संप्रभुता पर नजर रखने वालों के लिए। हमारी सीमाओं पर हाल के दिनों में जो तनाव का माहौल बना है, ऐसे समय पर ये इंडक्शन अहम है। अपनी हालिया विदेश यात्रा में, मैंने भारत के दृष्टिकोण को दुनिया के सामने रखा। मैंने सभी को किसी भी परिस्थिति में अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से समझौता नहीं करने के अपने संकल्प के बारे में अवगत कराया। हम इसके लिए हर संभव कोशिश करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

फ्रांस की रक्षा मंत्री ने किया संबोधित
राजनाथ सिंह के बाद फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पर्ली राफेल इंडक्शन सेरेमनी को संबोधित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि आज हमारे देशों के लिए एक उपलब्धि है। हम एक साथ मिलकर भारत-फ्रांस के रक्षा संबंधों में एक नया अध्याय लिख रहे हैं। हम ‘मेक इन इंडिया’ पहल के साथ-साथ अपनी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भारतीय निर्माताओं के एकीकरण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। फ्रांस संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की उम्मीदवारी का समर्थन करता है।

आरकेएस भदौरिया ने किया संबोधित
वायुसेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने राफेल इंडक्शन सेरेमनी को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राफेल जहां भी और जब भी तैनात होगा, वह दुश्मनों पर भारी पड़ेगा।

ये है ख़ास:-

  • फ्रांस की रक्षा मंत्री भी आईं, डील संभव
  • परमाणु हथियार ले जाने वाला दुनिया का पहला लड़ाकू विमान
  • पाकिस्तान और चीन के पास भी नहीं है ऐसा विमान
  • दुश्मनों पर हर लिहाज से भारी पड़ेगा फाइटर जेट राफेल
  • राफेल जे-20 (चीन) एफ-16 (पाक)

इंजन ट्विन ट्विन सिंगल

  • स्पीड 2222.6 2100 2415 किमी/घंटा
  • मारक 3700 3400 किमी4200
  • क्षमता किमी/घंटा किमी/घंटाकिमी/घंटा
  • उड़ने में 15,240 मी 18000मी15,235 मी
  • सक्षम ऊंचाई तक ऊंचाई तक ऊंचाई तक
  • मिसाइलें स्कैल्प पीएल-15 एमराम
  • रेंज 300 किमी 300 किमी100किमी
  • 24,500 किलो तक का वजन ले जाने में सक्षम
  • 60,000 फुट की ऊंचाई तक जा सकता है मात्र एक मिनट में
  • 600 किमी तक हवा से जमीन में निशाना लगायेगा

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