राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए काम रह रही है। इसके लिए दूरगामी सोच के साथ कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं।
गहलोत ने कहा, पर्यटन के क्षेत्र में राजस्थान की देश और दुनिया में विशिष्ट पहचान है। बड़ी संख्या में देशी और विदेशी पर्यटक यहां की मनभावन संस्कृति, किलों, महलों, बावड़ियों, वन्यजीव व रेगिस्तान आदि से जुड़े आकर्षक स्थलों को देखने आते हैं। रोजगार में पर्यटन उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका है। लाखों लोगों की आजीविका इससे जुड़ी हुई है। दुनिया के कई मुल्कों की अर्थव्यवस्था पर्यटन उद्योग पर निर्भर करती है।
गहलोत सोमवार को प्रदेश के पांच प्रमुख पर्यटक स्थलों पर आकर्षक ‘लाइट एंड साउंड शो’ के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित इस उद्योग को संबल देने में भी सरकार कोई कमी नहीं रख रही है।
कार्यक्रम में केंद्रीय संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि स्वदेश योजनान्तर्गत जिन पांच स्थानों पर ‘लाइट एंड साउंड शो’ का आज लोकार्पण किया जा रहा है, उन स्थानों का इतिहास एवं पर्यटन की दृष्टि से बड़ा महत्व है।
उन्होंने कहा कि इससे देशी एवं विदेशी सैलानियों को राजस्थान के गौरवपूर्ण इतिहास एवं समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को जानने का अवसर मिलेगा। इससे प्रदेश के पर्यटन विकास को गति मिलेगी। प्रदेश के पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस से प्रभावित प्रदेश का पर्यटन उद्योग फिर से पटरी पर लौट रहा है तथा राज्य सरकार के निर्णयों एवं प्रयासों से इस उद्योग को बड़ा संबल मिला है।
मुख्यमंत्री ने जयपुर के प्रमुख धार्मिक स्थल गोविंद देव जी मंदिर परिसर स्थित जयनिवास उद्यान, मेड़ता में मीराबाई स्मारक, चित्तौड़गढ़ के विश्व विख्यात दुर्ग, धौलपुर के मचकुंड में आकर्षक ‘लाइट एंड साउंड शो’ तथा जैसलमेर की ऐतिहासिक गड़सीसर झील में ‘लेजर वॉटर’ शो का लोकार्पण किया।