राजस्थान सरकार जल्द ही भरतपुर के बंशी पहाड़पुर इलाके में पाए जाने वाले विशेष गुलाबी बलुआ पत्थर के खनन के लिए ऑनलाइन नीलामी शुरू करेगी। इस पत्थर की अयोध्या में बनने वाले राम मंदिर के साथ ही देशभर के बिल्डरों द्वारा काफी मांग है।
प्रदेश सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि केंद्रीय वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने बांध बरेथा वन्यजीव अभ्यारण्य भूमि की 398 हेक्टेयर जमीन पर बलुआ पत्थर के खनन की सैद्धांतिक रूप से मंजूरी दे दी है। इससे गुलाबी पत्थर के वैध तरीके से खनन का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव (खान और पेट्रोलियम) सुबोध अग्रवाल ने बताया कि केंद्र सरकार की स्वीकृति के साथ ही बंशी पहाड़पुर में खनन ब्लॉक तैयार कर इनकी नीलामी की राह प्रशस्त हो गई है। उन्होंने बताया कि इससे राम मंदिर के लिए बलुआ पत्थर वैध तरीके से खनन के माध्यम से उपलब्ध हो सकेगा।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अथक प्रयासों से पिछले दिनों मार्च में बंशी पहाड़पुर खनन क्षेत्र को वन्यजीव अभयारण्य क्षेत्र से बाहर करवाया गया है। एक अनुमान के मुताबिक, इस क्षेत्र में करीब 70 खनन ब्लॉक विकसित होने की संभावना है। ऑनलाइन नीलामी से खनन पट्टे जारी होने पर प्रदेश सरकार को करीब 500 करोड़ रुपये का राजस्व मिलने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा डेलिमेनेशन की तैयारी शुरू कर दी गई है और यह कार्यवाही इस माह के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है।