राजस्थान उपचुनाव में जीतकर आए विधायकों को आज विधानसभा स्पीकर वासुदेव देवनानी के चैंबर में शपथ दिलाई गई। इस दौरान हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल को हराने वाले रेवतराम डांगा ट्रैक्टर पर विधानसभा पहुंचे। डांगा के साथ बड़ी संख्या में उनके समर्थक भी जयपुर पहुंचे।
राजस्थान में पिछले दिनों सात सीटों पर हुए उपचुनाव में बीजेपी ने पांच, कांग्रेस और भारतीय आदिवासी पार्टी (BAP) ने एक सीट जीती थी। उपचुनाव के बाद विधानसभा में अब 200 विधायकों की संख्या पूरी हो गई है। शपथ ग्रहण के बाद विधानसभा में बीजेपी विधायकों की संख्या बढ़कर 119 हो गई है। वहीं कांग्रेस विधायकों की संख्या 66 रह गई। भारत आदिवासी पार्टी के कुल चार विधायक हो गए हैं। इनके अलावा एक आरएलडी और आठ निर्दलीय विधायक शामिल हैं।
उपचुनाव में कांग्रेस को तीन सीटों का नुकसान, बीजेपी को चार सीट का फायदा उपचुनाव में कांग्रेस ने देवली उनियारा, झुंझुनूं और रामगढ़ सीटें खोई हैं। केवल दौसा सीट ही बरकरार रख सकी। कांग्रेस के पास चार सीटें थीं, अब एक एक पर जीती इस तरह तीन सीट का नुकसान हुआ। बीजेपी के पास केवल सलूंबर सीट थी। बीजेपी ने पांच सीटें जीती। खींवसर सीट पर हार के बाद हनुमान बेनीवाल की पार्टी का कोई विधायक नहीं रहा।
मंगलवार को बीजेपी विधायक रेवंतराम डांगा, झुंझुनूं से बृजेंद्र ओला के बेटे अमित ओला को हराकर विधायक बने राजेंद्र भांबू, सलूंबर विधायक शांता देवी मीणा और रामगढ़ विधायक सुखवंत सिंह ने शपथ ली। दौसा से मंत्री किरोड़ी के भाई को हराने वाले कांग्रेस विधायक दीनदयाल बैरवा और चौरासी से बीएपी विधायक अनिल कटारा ने शपथ ली।