रामगंगा पुल को मरम्मत के कारण दो माह के लिए बंद कर दिया गया। पुल बंद होते ही शहर की यातायात व्यवस्था चरमरा गई। पुल पर आवागमन बंद होने और शहर में ज्यादा वैकल्पिक मार्ग न होने के कारण दोपहिया, चार पहिया समेत छोटे वाहनों का दबाव जामा मस्जिद-ताजपुर मार्ग पर बढ़ा तो भीषण जाम लग गया। सुबह से लेकर रात तक इस मार्ग पर वाहन रेंगते रहे।
मुरादाबाद से रामपुर को जोड़ने वाले करीब 750 मीटर लंबे रामगंगा पुल से 24 घंटे में 40 हजार से ज्यादा वाहन गुजरते हैं। 64 साल पुराने पुल की बेयरिंग खिसकने के कारण मरम्मत के लिए पुल को बंद किया गया है। पुल पर शहर की ओर से गुलाबबाड़ी चुंगी के पास पत्थर के बैरियर लगा दिए गए, जबकि दूसरी ओर डियर पार्क के पास बैरियर लगाए गए।

पुल बंद होने के बाद यातायात पुलिस ने शहर की ओर आने वाले सभी वाहनों को काशीपुर तिराहे और डियर पार्क के पास रोक दिया। रामपुर, बाजपुर, टांडा, भोजपुर, ठाकुरद्वारा, काशीपुर और रामनगर की ओर से आने वाले लोग डियर पार्क और काशीपुर तिराहे पर ही वाहनों से उतर गए।

एसपी यातायात सुभाष चंद्र गंगवार ने कहा कि लोक निर्माण विभाग ने मरम्मत के लिए दो माह के लिए पुल बंद किया है। वाहनों के लिए रूट डायवर्जन किया गया है। दो माह तक पुल पर मरम्मत का कार्य चलेगा। तब तक किसी भी प्रकार का आवागमन पुल से नहीं होगा।

जामा मस्जिद पुल पर भीषण जाम ताजपुर अंडरपास में भी फंसे वाहन
रामगंगा पुल बंद होने से शहर की घनी आबादी के बीच से होकर गुजरने वाले जामा मस्जिद- डबल फाटक मार्ग पर वाहनों का दबाव बढ़ गया। मंगलवार सुबह से लेकर रात तक बार-बार इस मार्ग पर जाम लगता रहा। कटघर, गलशहीद और मुगलपुरा थाने की पुलिस के अलावा यातायात पुलिस भी जाम खुलवाने में जुटी रही लेकिन छोटे वाहनों की संख्या इन मार्ग पर कम नहीं हुई।

मंगलवार सुबह नौ बजे यातायात पुलिस ने काशीपुर तिराहे पर वाहनों को रामगंगा पुल की ओर जाने से रोक दिया गया। जिस कारण काशीपुर तिराहे पर जाम लग गया। शहर की ओर जाने वाले वाहनों के लिए दो मार्ग निर्धारित किए गए। एक मार्ग काशीपुर तिराहे से जीरो प्वाइंट होते हुए संभल गागन तिराहे से कोहिनूर तिराहे होते हुए हनुमान मूर्ति तिराहे से शहर की ओर जाने का है।

इस मार्ग को तय करने में 12 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है। वहीं दूसरे मार्ग से पांच किलोमीटर की दूरी तय कर शहर में प्रवेश मिल रहा है। यह मार्ग काशीपुर तिराहे से ताजपुर अंडरपास से होकर जामा मस्जिद पुल से शहर में प्रवेश के लिए बनाया गया है। इस मार्ग पर दोपहिया, चार पहिया और अन्य छोटे वाहन इतने ज्यादा आ गए की अंडरपास में ही भीषण जाम लग गया। इसके अलावा जामा मस्जिद पुल, जामा मस्जिद चौराहा, इंदिरा चौक, ईदगाह चौराहा, भूड़े का चौराहा से लेकर संभल चौराहे तक भीषण जाम लगा रहा।

शहर में जाम लगते ही एसएसपी ने सड़क पर उतारे अधिकारी
रामगंगा पुल बंद होने से शहर में जाम लगने की जानकारी मिलते ही एसएसपी सतपाल अंतिल ने गूगल मीट से अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह सड़कों पर उतरें और यातायात व्यवस्था को पटरी पर लाएं। उन्होंने सभी थाना प्रभारियों से कहा कि अपने-अपने क्षेत्र में यह सुनिश्चित करें कि यातायात चलता रहे। कहीं जाम नहीं लगना चाहिए। उन्होंने कहा कि जामा मस्जिद डबल फाटक मार्ग फ्री रहना चाहिए। इस मार्ग पर आने वाली दुकानों के बाहर अतिक्रमण न हो और न ही वाहन खड़े होने चाहिए।

शहर में दिल्ली-लखनऊ की रोडवेज बसों को नो एंट्री
दो माह तक दिल्ली, लखनऊ, मेरठ, अमरोहा, रामपुर, बरेली, चंदौसी, आगरा रूट की बसों की शहर में नो एंट्री रहेगी। रामगंगा पुल बंद होने के बाद इन रूटों की बसों का संचालन अस्थायी बस अड्डों से होगा। सिर्फ बिजनौर, हरिद्वार, सहारनपुर, देहरादून रूट से आने वाली बसें कांठ रोड होते हुए मुरादाबाद डिपो पर पहुंचेंगी। रोडवेज प्रबंधन ने बसों के संचालन के लिए प्लान बना लिया है।

संभल, चंदौसी, आगरा, अलीगढ़ की बसें टीपी नगर से चलेंगी और वापसी में वहीं पर यात्रियों को उतारेंगी। रामपुर, लखनऊ, बरेली, दिल्ली, मेरठ, अमरोहा, रामनगर, हल्द्वानी, टनकपुर, राजस्थान, हरियाणा की बसें एमडीए कार्यालय के पास बनाए गए अस्थायी बस अड्डे से मिलेंगी। मंगलवार तक दिल्ली, मेरठ, अमरोहा की बसों का संचालन मुरादाबाद डिपो से किया गया लेकिन बुधवार से दो माह तक ऐसा नहीं होगा।

इससे शहर में ट्रैफिक का दबाव बेशक कम होगा लेकिन यात्रियों को काफी परेशानी होगी। लखनऊ व दिल्ली रूट से आने वाले सभी यात्रियों को नया मुरादाबाद से शहर में आने के लिए ऑटो रिक्शा का सहारा लेना पड़ा। रोडवेज प्रबंधन के मुताबिक मुरादाबाद से दिल्ली, मेरठ के लिए 100 से ज्यादा बसें चलती हैं। इतनी ही संख्या बरेली, रामपुर व लखनऊ के लिए चलने वाली बसों की है। आगरा, अलीगढ़, संभल व चंदौसी रूट पर बसों की संख्या 80 है। इन तीनों मार्गों पर रोजाना 25 हजार यात्री सफर करते हैं। इन सभी को दो माह तक परेशानी का सामना करना होगा।

हेल्पलाइन नंबर जारी
बसों से संबंधित जानकारी के लिए परिवहन निगम ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। दिल्ली, मेरठ, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, अमरोहा, गाजियाबाद, हापुड़ आदि रूटों पर सफर करने वाले यात्री किसी भी पूछताछ के लिए मोबाइल नंबर 8726005894 पर संपर्क कर सकते हैं। वहीं रामपुर, बरेली, लखनऊ, संभल, चंदौसी, लखनऊ, आगरा, अलीगढ़ जाने वाले यात्री 8726005895 पर संपर्क कर जानकारी ले सकते हैं। यह नंबर 24 घंटे खुले रहेंगे।

नई व्यवस्था का विरोध
अस्थायी बस अड्डों से बसों के संचालन के विरोध में कर्मचारी संगठन उतर आए हैं। उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ के क्षेत्रीय अध्यक्ष चंद्रभान सिंह का कहना है कि पहले प्रशासन को मजबूत व्यवस्था बनानी चाहिए, इसके बाद डायवर्जन लागू किया जाए। अस्थायी बस अड्डों पर यात्रियों और कर्मचारियों के लिए मूलभूत सुविधाएं भी नहीं हैं। कर्मचारी संघ कमिश्नर व डीएम से इस संबंध में मुलाकात करेगा।