महंगाई पर काबू पाने के लिए लगातार चौथी बार रेपो दरों में वृद्धि करेगा आरबीआई

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) मंहगाई पर काबू पाने के लिए लगातार चौथी बार रेपो दर बढ़ा सकता है। इसके लिए वह यूएस फेडरल रिजर्व समेत अन्य देशों के केंद्रीय बैंकों की भी राय ले सकता है। 

आरबीआई ने मई के बाद से रेपो रेट में 140 बेसिक पॉइंट्स (बीपीएस) की वृद्धि की है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि केंद्रीय बैंक इसे अब 50 बेसिक पॉइंट्स की वृद्धि के साथ तीन वर्षों में उच्च स्तर (5.9 प्रतिशत) पर ले जा सकता है।

केंद्रीय बैंक ने मई में रेपो रेट में 40 बेसिक पॉइंट्स और जून व अगस्त में 50 बेसिक पॉइंट्स की बढ़ोतरी की थी। वर्तमान में 5.4 प्रतिशत है। 

उपभोक्ता मूल्य आधारित (सीपीआई) खुदरा महंगाई ने मई में नरमी के संकेत दिखाना शुरू कर दिया था लेकिन अगस्त में यह फिर से बढ़कर 7 प्रतिशत हो गई। केंद्रीय बैंक अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति तैयार करते समय खुदरा महंगाई को ध्यान में रखता है। 

आरबीआई गवर्नर के नेतृत्व वाली मौद्रिक नीति समिति (एमसीपी) बुधवार से अपनी तीन दिवसीय बैठक शुरू करने वाली है। इस बैठक के फैसले की घोषणा शुक्रवार 30 सितंबर को की जाएगी। 

अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने हाल में ही महंगाई में पर नियंत्रण पाने के लिए ब्याज दरों में 0.75 प्रतिशत बढ़ाने की घोषणा की है। लगातार तीसरी बार वृद्धि के बाद बैंक का बेंचमार्क फंड दर बढ़कर 3 प्रतिशत से बढ़कर 3.25 प्रतिशत हो गया है। ब्रिटेन और यूरोपीय संघ के केंद्रीय बैंकों ने भी महंगाई पर काबू पाने के लिए दरों में वृद्धि की है। 

बैंक ऑफ बड़ौदा के चीफ इकोनॉमिस्ट मदन सबनवीस ने कहा कि भारत में महंगाई लगभग सात प्रतिशत के उच्च स्तर पर बनी हुई है और इसके जल्द ही नीचे आने की कोई संभावना नहीं है।

सरकार द्वारा आरबीआई को आरबीआई को यह सुनिश्चित करने का काम सौंपा गया है कि खुदरा महंगाई चार प्रतिशत पर बनी रहे। हाउसिंग डॉट कॉम के ग्रुप सीईओ ध्रुव अग्रवाल कहते हैं कि लचीला आर्थिक विस्तार और मजबूत क्रेडिट ग्रोथ के बीच महंगाई पर लगाम लगाना आरबीआई की सबसे बड़ी चिंता बनी रहेगी। 

उन्होंने कहा, दरों में किसी भी तरह की वृद्धि के चलते बैंक होम लोन की ब्याज दरों में भी बढ़ोतरी करेंगे। लेकिन हमारी राय है कि इसका खास प्रभाव नहीं होगा, क्योंकि प्रोपर्टी की मांग मजबूत नी हुई है। इस त्योहारी सीजन के दौरान इस मांग में और तेजी आएगी।  

आईसीआरए की चीफ इकोनॉमिस्ट अदिति नायर को भी सितंबर 2022 में मौद्रिक नीति समिति से 50 बेसिक पॉइंट्स की वृद्धि की उम्मीद है।  

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