राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा ( रीट ) का सर्टिफिकेट भी सीटेट ( CTET ) की तरह लाइफटाइम वैलिड किया जा सकता है। शिक्षा विभाग ने इस मसले पर विचार विमर्श शुरू कर दिया है। वर्तमान में रीट के सर्टिफिकेट की वैलिडिटी 3 वर्ष है। 2015 से पहले इसकी वैधता 7 साल की थी। शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने बुधवार को सचिवालय में 4 घंटे तक शिक्षा विभाग की लंबित भर्तियों को लेकर बैठक ली। बैठक के बाद उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘आज सचिवालय में शिक्षा विभाग की आयोजित बैठक में निजी शिक्षण संस्थान के मान्यता, रीट परीक्षा, कोर्ट के अध्याधीन भर्तियों, नए सेशन में विद्यालयों में आ रहे स्टाफ के दायित्वों, विभाग में विभिन्न पदोन्नतियों एवं कंप्यूटर शिक्षकों की भर्ती के संबंध में चर्चा हुई।’
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक डोटासरा ने यह भी कहा कि सीटेट के सर्टिफिकेट की लाइफटाइम वैलिडिटी की गई है। इसे में एनसीटीई की ओर से जारी किए गए दिशानिर्देश का विश्लेषण किया जा रहा है। अभी विभाग को एनसीटीई का पत्र नहीं मिला है। पत्र मिलने के बाद सभी पहलुओं पर विचार किया जाएगा और रीट सर्टिफिकेट की वैलिडिटी लाइफटाइम करने को लेकर भी फैसला लिया जाएगा। विभाग चाहता है कि आगामी रीट के लिए फार्म रीओपन होने से पहले इस पर निर्णय कर लिया जाए।
डोटासरा ने बैठक में बोर्ड अधिकारियों को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द ईडब्ल्यूएस अभ्यर्थियों के लिए रीट की आवेदन प्रक्रिया शुरू की जाए। बताया जा रहा है कि अगले माह से आवेदन का लिंक रीओपन किया जा सकता है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने टीईटी सर्टिफिकेट की वैलिडिटी को लाइफटाइम कर दिया है। पहले यह 7 तक मान्य था। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने 3 जून 2021 को यह घोषणा की थी। शिक्षा मंत्रालय ने यह भी कहा था कि जिन उम्मीदवारों या छात्रों के प्रमाणपत्र की 7 वर्ष की अवधि पूरी हो गई है, उनके बारे में संबंधित राज्य सरकार या केंद्र शासित प्रशासन टीईटी की वैधता अवधि के पुनर्निधारण करने या नया टीईटी प्रमाणपत्र जारी करने के लिये जरूरी कदम उठायेंगे । यह व्यवस्था 2011 से प्रभावी होगी।