नई दिल्ली। पांच साल में पहली बार आयोजित की गई टेलीकॉम स्पेक्ट्रम नीलामी मंगलवार को खत्म हो गई। दो दिन तक चली इस नीलामी में कुल 77,814.80 करोड़ रुपये मूल्य के स्पेक्ट्रम की बिक्री की गई है। टेलीकॉम सेक्रेटरी ने मंगलवार को बताया कि अधिकांश स्पेक्ट्रम अरबपति मुकेश अंबानी की टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो ने खरीदा है।
टेलीकॉम सेक्रेटरी अंशु प्रकाश ने बताया कि टेलीकॉम स्पेक्ट्रम की नीलामी मंगलवार को संपन्न हो गई। दो दिनों में 77,814.80 करोड़ रुपये मूल्य के 855.60 मेगाहर्ट्ज रेडियो तरंगों की खरीद की गई। कुल सात बैंडों में लगभग 4 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 2,308.80 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम को बिक्री के लिए पेश किया गया था। उन्होंने कहा कि रिलायंस जियो सबसे बड़ी खरीदार रही, स्पेक्ट्रम के लिए उसने 57,122.65 करोड़ रुपये की बोली लगाई।
सचिव ने बताया कि वोडाफोन आइडिया ने नीलामी में 1,993.40 करोड़ रुपये मूल्य के स्पेक्ट्रम खरीदे हैं। भारती एयरटेल ने स्पेक्ट्रम की ताजा नीलामी में 18,699 करोड़ रुपये की रेडियोतरंगों का अधिग्रहण किया है। कंपनी ने 355.45 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम, मिड बैंड और 2300 मेगाहर्ट्ज बैंड का अधिग्रहण किया है।
टेलीकॉम कंपनियों का कहना है कि इस नई खरीदारी के चलते भविष्य में 5जी सेवाएं उपलब्ध कराने में सफलता मिलेगी। अब शहरों में कंपनियों की सेवाएं घरों के अंदर और भवनों में भी अच्छी कवरेज दे सकेंगी। इसके अलावा इस स्पेक्ट्रम से दूरसंचार सेवाएं गांवों में भी बेहतर होंगी। 700 मेगाहर्ट्ज के बैंड में परिचालाकों की ओर से कोई बोली नहीं मिली क्योंकि आर्थिक लिहाज से यह बैंड उनके लिए उपयोगी नहीं बनता है। इस बैंड का आरक्षित मूल्य काफी ऊंचा रखा गया था।