मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को उद्योग संगठन फिक्की की राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि देश के सबसे बड़े राज्य और उपभोक्ता व श्रम बाजार में उद्यमियों का स्वागत है। निवेश के लिए सबसे पसंदीदा राज्य में तब्दील यूपी में देशभर के उद्योगपतियों को आमंत्रित करते हुए कहा कि आज पूरे राज्य में कानून का शासन (रूल ऑफ लॉ) स्थापित है। यूपी ऐसा राज्य है जहां सरकार ने उनकी पूंजी और निवेश की गारंटी ली है। उन्होंने कहा कि केवल घोषणाएं नहीं करते बल्कि जो वचन दिया है, उसका पालन भी करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश में अराजकता, गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार के कारण लोग अपनी पहचान छिपाने को मजबूर थे। आज प्रदेश में गंदगी, अव्यवस्था, अराजकता और दंगा नहीं दिखता। यूपी में सबसे ज्यादा माइक का जिक्र करते हुए कहा कि उन्हें उतारकर धर्मस्थलों से अनावश्यक शोर खत्म किया गया। कहा कि धर्म और पर्व के नाम पर सड़कें जाम होती थीं। प्रतिस्पर्धा की होड़ में एक पक्ष कहता था कि धर्मस्थल के अंदर जगह है लेकिन सड़क पर ही नमाज अदा करेंगे। जवाब में दूसरा पक्ष कहता था कि हनुमान चालीसा सड़क पर करेंगे। उन्हें भी अनुमति नहीं दी। हमने कहा कि सड़क चलने के लिए है। सड़क पर जाम लगेगा तो हर्जाना भरना पड़ेगा। आज पर्वों पर सड़कें खाली रहती हैं। यही है कानून का शासन, जिसे यूपी में लागू किया है।
उन्होंने महाकुंभ के उदाहरण से समझाया कि 2017 से पहले कुंभ में गंदगी और अव्यवस्था थी, लेकिन इस बार स्वच्छता और सुव्यवस्था ने सबका ध्यान खींचा। पुलिस भर्तियों में पारदर्शिता लाई गई और 60 हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को नौकरी दी गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह लंबे समय तक ”बीमारू” राज्य बना रहा। उन्होंने बताया कि स्वतंत्रता के समय उत्तर प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत के बराबर थी, लेकिन धीरे-धीरे यह घटकर एक तिहाई रह गई। पिछले आठ वर्षों में राज्य सकल घरेलू उत्पाद और प्रति व्यक्ति आय दोगुना हो चुकी है। यूपी देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरा है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास पर जोर देते हुए कहा कि पहले राज्य की पहचान खराब सड़कों और अंधेरे से थी लेकिन आज उत्तर प्रदेश के पास देश का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे नेटवर्क, मेट्रो रेल, रेल नेटवर्क और जलमार्ग है। राज्य में चार लाख किलोमीटर का नेशनल हाईवे नेटवर्क, 16 कार्यशील हवाई अड्डे (चार अंतरराष्ट्रीय और 12 घरेलू) हैं और एशिया का सबसे बड़ा जेवर हवाई अड्डा निर्माणाधीन है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 122 चीनी मिलों में से 105 मिलें अधिकतम सात दिन में गन्ना किसानों का भुगतान कर रही हैं। वर्ष 2017 में जब सैमसंग और टीसीएस जैसी कंपनियां उत्तर प्रदेश छोड़ने को तैयार थीं, तब सरकार ने उन्हें विश्वास दिलाया और आज तो 15 लाख करोड़ रुपये का निवेश धरातल पर उतर चुका है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 से पहले की बकाया प्रोत्साहन राशि भी उन्होंने उद्यमियों को दी है। उनकी पूंजी की सुरक्षा का जो वचन दिया है, उसका पालन हम जरूर करेंगे। उद्यमियों के अनावश्यक उत्पीड़न को समाप्त करने का उदाहारण साझा करते हुए कहा कि वर्ष 2017 में मुंबई में एक उद्यमी ने उनसे सुरक्षा की गारंटी मांगी थी। उस उद्यमी ने बाद में 4 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया और 2023 में उत्तर प्रदेश को निवेश का ”ड्रीम डेस्टिनेशन” बताया।
फिक्की अध्यक्ष हर्षवर्धन अग्रवाल ने महाकुंभ और अयोध्या के कायाकल्प को प्रदेश में आए ऐतिहासिक परिवर्तन का प्रतीक बताया। फिक्की उत्तर प्रदेश स्टेट काउंसिल के चेयरमैन मनोज गुप्ता ने औद्योगिक माहौल को और बेहतर बनाने के लिए सुझाव दिए। फिक्की के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनंत गोयनका ने प्रदेश में हुए परिवर्तन की सराहना की और कहा कि वर्ष 2017 से उत्तर प्रदेश निवेश के लिए देश का सबसे आकर्षक राज्य बन गया है। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, सीएम के सलाहकार अवनीश अवस्थी, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और फिक्की की डायरेक्टर जनरल ज्योति विज सहित देशभर के उद्यमी उपस्थित थे।