डॉलर के मुकाबले रुपए की मजबूती, चीन चकित, अमेरिका चिंतित

लगातार चार कारोबारी दिनों में डॉलर के मुकाबले में रुपए की गिरावट के बाद ऐसा लग रहा था कि सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन भी रुपए में गिरावट देखने को मिलेगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. रुपए ने करेंसी मार्केट में डॉलर पर ऐसा पलटवार किया कि चीन का युआन देखता रहा रह गया और अमेरिकी सरकार भी सहम गई. रुपए में शुक्रवार को शुरूआती कारोबारी सत्र में 51 पैसे की तेजी देखने को मिली. आंकड़ों को देखें तो 11 फरवरी के बाद किसी भी कारोबारी दिन रुपए में सबसे बड़ी तेजी है. जानकारों की मानें तो इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और ट्रंप की ओर से 90 दिनों के लिए जो टैरिफ वापस लिया है, उसका असर देखने को मिल रहा है. आने वाले दिनों में रुपए में और भी तेजी देखने को मिल सकती है.

इससे पहले करेंसी मार्केट में लगातार चार दिनों में रुपए में डॉलर के मुकाबले में बड़ी गिरावट देखने को मिली थी. रुपया करीब 140 पैसे यानी करीब डेढ़ फीसदी तक टूटा था. जिसकी वजह से रुपए का लेवल 86.60 के पार चला गया था. लेकिन शुक्रवार को शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 51 पैसे बढ़कर 86.17 पर पहुंच गया. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर करेंसी मार्केट में रुपया किस लेवल पर कारोबार कर रहा है और किस तरह के आंकड़े देखने को मिल रहे हैं.

रुपए में जोरदार उछाल

इंटरबैंक फॉरेन करेंसी एक्सचेंज मार्केट में रुपया डॉलर के मुकाबले में 86.22 पर खुला, जो पिछले बंद से 46 पैसे ऊपर था, और फिर 86.17 पर पहुंच गया. बुधवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 86.68 पर बंद हुआ था. श्री महावीर जयंती के उपलक्ष्य में गुरुवार को इक्विटी, फॉरेन करेंसी मार्केट बंद रहे. इससे पहले बुधवार को रुपया 45 पैसे उससे पहले 50 पैसे, 32 और और 14 पैसे की गिरावट देखने को मिली थी. किसी को भी उम्मीद नहीं थी कि शुक्रवार को करेंसी मार्केट में रुपए जोर उछाल लेगा. लेकिन डॉलर इंडेक्स में लगातार आ रही गिरावट और कच्चे तेल की कीमतों में कटौती ने रुपए को सपोर्ट किया. रही सही कसर ट्रंप के 90 दिनों के लिए टैरिफ वापस लेने के फैसले ने पूरी कर दी.

कैसी रहेगी रुपए की स्थिति

फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के ट्रेजरी हेड और एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अनिल कुमार भंसाली ने कहा कि डॉलर इंडेक्स के सितंबर के निचले स्तर 100.20 से नीचे आने के साथ ही रुपया 86 से ऊपर जाने की उम्मीद है, तथा इसके 95 के लेवल तक गिरने की उम्मीद है. अच्छी तेजी ने निर्यातकों को अपने निर्यात होल्डिंग को कवर करने की अनुमति दी है तथा रिस्क से बचने के कारण किसी भी तेजी का उपयोग आगे के कवर के लिए किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि रुपया दिन के दौरान 86.00-86.60 के दायरे में कारोबार करने की संभावना है.

Dollar Vs Rupee (30)

डॉलर इंडेक्स में गिरावट और शेयर बाजार में तेजी

इस बीच, डॉलर इंडेक्स, जो छह मुद्राओं की टोकरी के मुकाबले ग्रीनबैक की ताकत को मापता है, 0.81 प्रतिशत की गिरावट के साथ 100.04 पर कारोबार कर रहा था. भंसाली ने कहा कि शुक्रवार को डॉलर इंडेक्स स्विस फ्रैंक के मुकाबले दशकों के निचले स्तर पर आ गया, क्योंकि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में विश्वास कम होने से निवेशकों ने फ्रैंक और येन, यूरो और सोने जैसे सुरक्षित ठिकानों के लाभ के लिए अमेरिकी असेट्स को छोड़ दिया. इंटरनेशनल मार्केट में ब्रेंट क्रूड ऑयल 0.27 फीसरी गिरकर 63.16 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया. घरेलू शेयर बाजार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 1,204.02 अंक या 1.63 प्रतिशत बढ़कर 75,051.17 अंक पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 385.25 अंक या 1.72 प्रतिशत बढ़कर 22,784.40 अंक पर पहुंच गया. एक्सचेंज डेटा के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को शुद्ध आधार पर 4,358.02 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.

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