सहारनपुर में पूर्व एमएलसी और खनन माफिया हाजी इकबाल पर प्रशासन का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। दोनों भाइयों की अवैध संपत्ति पर मंगलवार को भी बड़ी कार्रवाई हुई। प्रशासन ने दोनों भाइयों की न्यू भगत सिंह कॉलोनी में स्थित तीन बड़ी कोठियों पर बुलडोजर चला दिया। इनमें सोमवार को हाजी इकबाल की दो कोठियों के अवैध हिस्सों को गिराया गया, जबकि महमूद अली की एक कोठी आज पूरी तरह जमींदोज की गई, इस कोठी पर पहले दिन करीब 30 फीसदी ही कार्रवाई हो सकी थी। आज सुबह से ही पुलिस प्रशासन की टीम भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गई और कार्रवाई शुरू कराई।
भगत सिंह कॉलोनी में इकबाल की अवैध संपत्ति पर बुलडोजर चलने से पहले भी कई बड़ी कार्रवाई हो चुकी है। पुलिस हाजी इकबाल के तीन पुत्रों को गैंगस्टर में जेल भेज चुकी है। हाजी इकबाल की ग्लोकल यूनिवर्सिटी प्रशासन की रडार पर है। हाजी इकबाल और उसके पुत्रों एवं भाई पूर्व एमएलसी महमूद अली पर अवैध खनन, भूमि कब्जाने, अवैध रूप से संपत्ति अर्जित करने सहित कई आरोपों में मामले दर्ज हैं। हाजी इकबाल की भगत सिंह कॉलोनी स्थित कोठियों पर प्रशासन का बुलडोजर चलने के बाद अब हाजी इकबाल की गिरफ्तारी की चर्चाएं भी तेज हो चुकी हैं।
देखते ही देखते खंडहर बनी कोठियां
हाजी इकबाल की एक कोठी करीब 450 वर्ग गज में बनी है, जो तीन मंजिला है। इस कोठी का मानचित्र के विपरीत बना हिस्सा गिराया गया है, जिसमें मेन गेट और साइड की दीवारें, खिड़कियां आदि शामिल हैं। ध्वस्तीकरण से पहले आलीशान दिख रही यह कोठी कार्रवाई के बाद खंडहर नजर आ रही है। इसी के बगल में बनी एक और दो मंजिला कोठी पर भी कार्रवाई की गई है।
महमूद अली की कोठियों पर आज चला बुलडोजर
महमूद अली की करीब 500 वर्ग गज की दो मंजिला कोठी इनमें सबसे शानदार थी, जहां लोगों का सबसे अधिक आना-जाना था। इस पर भी प्रशासन ने मंगलवार को बुलडोजर चलवाकर पूरी तरह जमींदोज कर दिया। स्टील के मेन गेट वाली इस कोठी की चमकती खिड़कियां और दरवाजे इसकी भव्यता और सुंदरता को चार चांद लगा रहे थे, लेकिन ध्वस्तीकरण के बाद कोठी की सूरत पूरी तरह बदल गई है।
डेढ़ माह में 21 करोड़ की बेनामी संपत्ति हुई कुर्क
पिछले दिनों हाजी इकबाल पर एक महिला ने दुष्कर्म के आरोप में थाना मिर्जापुर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके साथ ही डेढ़ माह पूर्व प्रशासन ने हाजी इकबाल की 21 करोड़ की बेनामी संपत्ति कुर्क की थी। गैंगस्टर में वांछित हाजी इकबाल के पुत्र अलीशान, जावेद और अफजाल को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है, जबकि एक बेटा वाजिद और हाजी इकबाल का भाई पूर्व एमएलसी महमूद अली वांछित चल रहा है। अब प्रशासन की रडार पर हाजी इकबाल की ग्लोकल यूनिवर्सिटी भी आ गई है, जिसको जल्द कुर्क किया जा सकता है।
ये मुकदमे हैं दर्ज
-छह जुलाई 2019 में किरण मनचंदा पत्नी सुनील मनचंदा निवासी गुरुग्राम हरियाणा द्वारा वाहिद, रविंद्र, हाजी मोहम्मद इकबाल और चार अज्ञात के खिलाफ बंधक बनाने, लूट, गाली-गलौज करने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
-सात जुलाई 2019 में ही बेहट तहसील के गांव शफीपुर निवासी सविता पत्नी मेघराज के द्वारा जमीन कब्जाने के आरोप में हाजी मोहम्मद इकबाल, बेटे वाजिद, जावेद, आलीशान के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
-20 सितंबर 2019 ग्लोकल मेडिकल कॉलेज के प्रबंधक एवं हाजी मोहम्मद इकबाल के बेटे मोहम्मद वाजिद के खिलाफ एमआईसी के मानकों को पूरा न करने, निर्धारित फीस से अधिक फीस वसूलने और दूसरे वर्ष की परीक्षा में एमबीबीएस छात्रों को वंचित रखने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
14 मार्च 2018 में फतेहपुर टांडा निवासी पाल्ला द्वारा उसकी 7.5 बीघा जमीन पर कब्जा करने के आरोप में हाजी मोहम्मद इकबाल व उनके बेटे आलीशान, वाजिद, अफजाल, भाई एमएलसी महमूद अली के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
-पांच अप्रैल 2018 में उत्तराखंड के जनपद हरिद्वार क्षेत्र के रानीपुर निवासी राकेश अरोड़ा की 44 बीघा जमीन कब्जाने के आरोप में हाजी मोहम्मद इकबाल, उनके भाई एमएलसी महमूद अली, बेटे जावेद अली के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
23 जुलाई 2018 में जमीन कब्जाने के आरोपों को आधार बनाकर पूर्व एमएलसी हाजी मोहम्मद इकबाल, उसके पुत्रों एवं साथियों पर गैंगस्टर की कार्रवाई की थी।
-पांच अप्रैल 2017 में उत्तराखंड के सहसपुर निवासी मोहम्मद राशिद ने जान से मारने की धमकी देने एवं धोखाधड़ी के आरोप में हाजी मोहम्मद इकबाल, उनके भाई महमूद अली और उनके बेटों के खिलाफ एफआईआर कराई थी।
दो नवंबर 2017 में तहसील बेहट के हल्का लेखपाल पंकज द्वारा हाजी मोहम्मद इकबाल, महमूद अली पर सरकारी जमीन कब्जाने के आरोप में मामला दर्ज कराया गया था।
-तीन सप्ताह पूर्व एक महिला ने थाना मिर्जापुर में हाजी इकबाल के खिलाफ दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।