सहारनपुर में जुमे की नमाज के बाद जुलूस निकालकर प्रदर्शन करने के दौरान हुए बवाल के मामले में शनिवार को पुलिस ने विरोध प्रदर्शन करने वाले 64 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं दो उपद्रवियों के अवैध मकान पर बुलडोजर चलाया गया। प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस लॉकअप में पुलिस कार्रवाई पर अब सवाल खड़े हो गए है।
देवरिया से भाजपा विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने इसे बलवाइयों का रिटर्न गिफ्ट बताया है। दरअसल, सोशल मीडिया पर बवाल के बाद का एक वीडियो इन दिनों वायरल हो रहा है। इसमें कुछ पुलिसकर्मी आरोपियों को लॉकअप में डंडे बरसाते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो को सहारनपुर का बताया जा रहा है। इसी वायरल वीडियो पर भाजपा विधायक ने भी टिप्पणी की है। हालांकि स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने इस वीडियो की पुष्टि नहीं की है। पुलिस अभी मामले में कुछ भी कहने से बच रही है।
बता दें कि पुलिस इस मामले में अब तक 64 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। बवाल में शामिल दो उपद्रवियों के अवैध रूप से बने मकान पर प्रशासन ने बुलडोजर चलाया है। एसपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि शुक्रवार को हुए बवाल में शामिल दो आरोपियों को वीडियो फुटेज के जरिए चिन्हित किया गया था।
बवाल करने के आरोपियों के खिलाफ पुलिस प्रशासन रासुका की कार्रवाई करेगा। एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि शुक्रवार को हुई घटना में शामिल आरोपियों के खिलाफ शहर कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
उन्होंने बताया कि आरोपियों को चिन्हित कर गिरफ्तार किया जा रहा है। इस घटना में शामिल आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। बवाल के मामले में अभी तक कुल 64 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
मुस्लिम समाज के लोगों ने शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद जिस तरह हजारों की संख्या में सड़कों पर उतर कर जुलूस निकाल कर प्रदर्शन किया। उससे तो यही लग रहा है कि उन्होंने पहले से ही इसकी योजना बना रखी थी। इसी कारण शुक्रवार सुबह से ही लोहानी सराय, वुड कार्विंग मार्केट, नखासा बाजार बंद था। यहां तक की महानगर में इस क्षेत्र के सभी बाजारों में भी मुस्लिमों की दुकानें बंद थीं। जिससे चर्चा सुबह से ही आम हो गई थी। बाजारों के दुकानदार भी कुछ बवाल होने से आशंकित दिखाई दे रहे थे, मगर पुलिस प्रशासन और खुफिया विभाग इससे अनजान बना था।