श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति के लिए संत-धर्माचार्यों ने ली शपथ

वंशीवट स्थित नाभापीठ सुदामा कुटी में रविवार को श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के तत्वावधान में बैठक का आयोजन हुआ। इसमें संतों, महंतों और धर्माचार्यों ने केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार से एकमत से भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि को मुक्त कराने की मांग रखी। वहीं, अदालत में श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति के लिए याचिका दायर करने वाले अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह की संतों ने सराहना करते हुए सहयोग का संकल्प लिया और जन्मस्थान मुक्ति के लिए हरसंभव साथ देने का वादा भी किया। 

न्यास के अध्यक्ष अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति के लिए शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि जल्द ही श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति के लिए एक प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेगा।  उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि पर विदेशी आक्रांताओं ने जो अतिक्रमण का कलंक लगाया है, वह अब दूर होना चाहिए।

नाभापीठाधीश्वर जगद्गुरु स्वामी सुतीक्षण दास महाराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में जिस तरह से अदालत में आस्था रखते हुए अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो रहा है और काशी में कॉरिडोर तैयार हुआ है। उसी तर्ज पर मथुरा में भी श्रीकृष्ण जन्मभूमि कलंक से मुक्त हो और जन्मस्थान पर कॉरिडोर का निर्माण हो। 

बैठक में संतों, महंतों और धर्माचार्यों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उत्तर प्रदेश की प्रचंड जीत पर बधाई देते हुए पत्र लिखा। वहीं, कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास द्वारा देशभर में जनजागरण के लिए चलाए जा रहे हस्ताक्षर अभियान में शामिल होकर सनातनधर्मियों से हस्ताक्षर करने की अपील की, ताकि देश दुनिया में श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति का शंखनाद हो सके। 

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