संभल में 24 नवंबर को जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुए बवाल में शामिल आरोपी हिंदूपुरा खेड़ा निवासी कामरान उर्फ कामरान अकमल को नखासा थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी आगजनी और पत्थरबाजी में शामिल था। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान की गई थी। लगातार आरोपी की तलाश की जा रही थी।
शुक्रवार को बैनुआ वाला चौराहा तुर्तीपुर इल्हा से गिरफ्तार किया गया है। सीओ असमोली कुलदीप कुमार ने बताया कि आरोपी को न्यायालय से जेल भेज दिया गया है। सीओ असमोली ने बताया कि नखासा थाना क्षेत्र के नखासा तिराहा और हिंदूपुरा खेड़ा में बवाल किया गया था। नखासा तिराहे पर उपद्रवियों ने पुलिसकर्मियों की बाइकों को फूंक दिया था।
इसके अलावा पुलिस पर पत्थरबाजी और फायरिंग की थी। छानबीन में आरोपी आगजनी और पत्थरबाजी करता हुआ पाया गया। इसके आधार पर ही आरोपी की तलाश की जा रही थी। अब गिरफ्तार किया जा सका है। मालूम हो संभल कोतवाली और नखासा थाना पुलिस 82 आरोपी गिरफ्तार कर चुकी है। इसमें जामा मस्जिद कमेटी के सदर जफर अली एडवोकेट भी शामिल हैं। तीन महिलाएं भी बवाल में आरोपी हैं, जो जेल में बंद हैं।
74 उपद्रवियों के पोस्टर चस्पा किए लेकिन इनमें से एक भी गिरफ्तार नहीं
संभल कोतवाली पुलिस ने जामा मस्जिद के नजदीक बवाल करने वाले 74 उपद्रवियों के पोस्टर चस्पा किए थे। इन उपद्रवियों की पहचान बताने वाले व्यक्ति को इनाम भी दिए जाने की घोषणा की गई थी। इसके बाद भी पुलिस को सफलता नहीं मिली है। एक भी आरोपी गिरफ्तार नहीं हो सका है। संभल कोतवाली पुलिस ने 14 फरवरी को यह पोस्टर लगाए थे। इसमें जामा मस्जिद की पिछली दीवार पर पोस्टर लगाए गए थे। एकता पुलिस चौकी में भी पोस्टर लगाए थे। जामा मस्जिद की पुताई का कार्य हुआ तो वह पाेस्टर हटा दिए गए। अब एकता पुलिस चौकी में ही पोस्टर लगे हैं।
दाढ़ी वाले शख्स को तलाश रही पुलिस
जामा मस्जिद के नजदीक भीड़ को उकसाने और आगे बढ़ने का इशारा करने वाला दाढ़ी वाला शख्स पुलिस के हाथ नहीं आ सका है। जबकि इस आरोपी की पहचान आसानी हो सकती है। इसका चेहरा काफी साफ पोस्टर में भी दिखता है। वीडियो भी पुलिस ने जारी किए थे। जिसमें दाढ़ी वाले शख्स ने भीड़ में धार्मिक नारे लगाए थे और भीड़ को आगे भी बुलाया था। इस आरोपी का पोस्टर अलग से लगाया गया था। क्योंकि इस आरोपी की भूमिका ज्यादा गंभीर दिखाई दी थी।
न्यायिक आयोग ने दर्ज किया एसपी का बयान
संभल हिंसा की घटना की जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग के समक्ष शुक्रवार को एसपी का बयान दर्ज हुआ। संभल के एसपी केके बिश्नोई ने आयोग को पूरे घटनाक्रम और पुलिस द्वारा की गई तैयारियों के साथ फोरेंसिक जांच की रिपोर्ट के तथ्यों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने आयोग को शपथ-पत्र के जरिये घटना के हर पहलू के बारे में बताया।
बता दें कि आयोग में रिटायर्ड जज देवेंद्र अरोड़ा अध्यक्ष हैं, जबकि पूर्व डीजीपी एके जैन और पूर्व आईएएस अमित मोहन प्रसाद सदस्य हैं। आयोग ने राजधानी स्थित अपने कार्यालय में करीब तीन घंटे तक एसपी से सवाल किए। एसपी ने घटना के बाद पुलिस द्वारा दर्ज मुकदमों, आरोपियो की गिरफ्तारी और अदालत में आरोप पत्र दाखिल करने की भी जानकारी आयोग को दी है।
अब आयोग मौके पर मौजूद मीडियाकर्मियो का बयान दर्ज करने की तैयारी में है। 15 अप्रैल को मीडिया कर्मियों को बुलाया गया है, जबकि 16 अप्रैल को सांसद जिया उर रहमान वर्क को तलब किया गया है। आयोग जल्द अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौपेंगा।