तवी नदी को दूषित होने से बचाएं। इसमें साख का प्रवाहित न करें। इन नारों से सजे पोस्टर्स के साथ मंगलवार सुबह तवी पुल पर एक कतार में एकसाथ कई छात्र खड़े नजर आए। हर आने-जाने वाले राहगीर को छात्र इन नारों से जागरूक करते दिखे। ने बताया कि लोगों को जागरूक करने को लेकर वे आज यहां पहुंचे हैं। जम्मू विश्वविद्यालय के एनएसएस के स्वयंसेवकों की तरफ से यह की गई।
स्वयंसेवियों ने कहा कि आठवें और नौवें नवरात्रि पर तवी नदी में साख प्रवाहित न करें। ताकि तवी नदी को दूषित होने से बचाया जा सके। साख को प्रवाहित करने के लिए नहर में अलग से व्यवस्था की गई है। इससे पहले जम्मू नगर निगम भी लोगों को तवी नदी में साख विसर्जित न करने को लेकर अपील कर चुका है।
जम्मू मेयर राजिंदर शर्मा ने कहा कि तवी नदी में साख प्रवाहित किए जाने से पेयजल आपूर्ति बाधित होती है। साथ ही उन्होंने कहा कि पूजा सामग्री प्रवाहित करने के लिए लोग पॉलिथीन बैग का प्रयोग न करें। पॉलिथीन को प्रतिबंधित किया गया है। लोग कपड़े के थैलों में ही साख को लाएं और नहर में प्रवाहित करें।
उन्होंने कहा कि बीते साल भी साख फिल्टरिंग प्लांट में जल ग्रहण क्षमता को प्रभावित कर चुकी है, जिससे शहर में पानी की आपूर्ति प्रभावित हुई थी। बाद में प्लांटों को साफ किया गया था। नगर निगम ने शहर की स्वच्छता और प्रदूषण मुक्त तवी नदी के अभियान को नवरात्रि की समाप्ति पर तेज कर दिया है।
उन्होंने पवित्र तवीशी (नदी तवी) को भी सूर्य-पुत्री के रूप में लोकप्रिय करने पर जोर दिया। इस साल के अंत तक तवी में कृत्रिम झील तैयार हो जाएगी और नदी में पॉलिथीन डालने से झील के पानी को गंदा कर सकती हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि तवी नदी के तट पर स्थित हरकी पौड़ी में भी साख विसर्जन की अनुमति नहीं दी जाएगी। जेएमसी ऑटो के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है। मेयर ने सभी क्षेत्रों के लोगों को 28 मार्च को शाम 4 बजे बाहू फोर्ट स्थित जेडीए पार्क में परिवारों के साथ सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों को देखने के लिए आमंत्रित किया है।
पर्यटन विभाग के सहयोग से आधे घंटे के लेजर शो जैसे कुछ कार्यक्रमों का आयोजन कर रहे हैं, जो शाम 7 बजे शुरू होगा। इसके बाद 30 मिनट के लिए जम्मू के इतिहास पर जानकारी दी जाएगी। एक घंटे का म्यूजिकल फाउंटेन शो और 30 मिनट के लिए ओपन थिएटर लोगों को आकर्षित करेंगे।