जुलाई, 2024 में बिलावर के बदनौता में आतंकी हमले के बाद से ही सुरक्षा एजेंसियां क्षेत्र में छिपे आतंकियों और उनके मददगारों की लगातार तलाश कर रही हैं। सूत्रों के अनुसार, सुरक्षाबलाें को वर्ष 2005 से फरार आतंकी सवारदीन उर्फ सवारू की भी तलाश है। सवारू मृतक मक्खनदीन का चाचा है।
ऐसा माना जाता रहा है कि आतंकवाद के चरम पर होने के समय सवारू आतंक की राह पकड़कर पाकिस्तान चला गया था। हाल फिलहाल के आतंकी हमलों और क्षेत्र में आतंकियों को मिल रही पनाह के बाद सुरक्षा एजेंसियों को अंदेशा है कि इसके पीछे सवारू का हाथ है। इसके बाद से ही लगातार इलाके में कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
स्थानीय होने के चलते उसे स्थानीय स्तर पर मिलने वाली मदद और क्षेत्र के चप्पे-चप्पे की जानकारी से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।सवारू के संपर्क में रहने के अंदेशे में मक्खनदीन के परिवार पर सुरक्षा एजेंसियों की पहले से ही नजर थी। वायरल वीडियाे में भी मक्खनदीन ने पुलिस की ओर से सवारू के नंबर और उसके संबंध में पूछताछ की बात कबूल की है। खुफिया सूत्रों की मानें तो सवारू पर शक है कि वह पाकिस्तान से आतंकियों के हैंडलर के रूप में काम कर रहा है। ऐसे में सुरक्षा एजेंसियां आतंकी मददगारों के नेटवर्क को ध्वस्त करना चाहती हैं।
इलाके में पुलिस बल तैनातबिलावर। उपमंडल में बुधवार की रात करीब 12:00 बजे के बाद इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई। इलाके में तनाव बढ़ता देख सुरक्षा एजेंसियां दिनभर सतर्क रहीं। मुख्य सड़कों और मुख्य मार्गों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है, ताकि किसी भी घटना को रोका जा सके। जगह-जगह पुलिस नाके लगाकर वाहनों की जांच कर रही है।