ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने बुधवार को पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) को नोटिस जारी किया है।
नोटिस में पूछा गया है कि कंपनी ने गंभीर प्रतिकूल परिणामों के बारे में सूचित क्यों नहीं किया जिस कारण उसके यूके साझेदार एस्ट्राजेनेका को ऑक्सफोर्ड कोविड वैक्सीन उम्मीदवार के वैश्विक नैदानिक परीक्षणों को ‘अस्थायी रूप से विराम देना’ पड़ा है। जबकि देश के अंदर 17 जगहों पर परीक्षण जारी है।
यह नोटिस ऐसे समय पर आया है जब एसआईआई के सीईओ अदार पूनावाला का कहना है कि दूसरे और तीसरे चरण के लिए नैदानिक परीक्षण निर्बाध रूप से सभी 17 स्थानों पर जारी रहेंगे। जबकि मंगलवार को ब्रिटेन स्थित एक स्वयंसेवक ने दवा का अस्पष्टीकृत न्यूरोलॉजिकल दुष्प्रभाव दिखाया। पूनावाला ने कहा, ‘वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। जहां तक भारतीय परीक्षणों का सवाल है, हमने किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं किया।’
एसआईआई ने एक बयान में कहा, ‘हम डीजीसीआई के निर्देशों के अनुसार काम कर रहे हैं और हमें अब तक परीक्षणों को रोकने के लिए नहीं बताया गया है। यदि सुरक्षा को लेकर डीजीसीआई को कोई चिंताएं हैं तो हम निर्देशों और मानक प्रोटोकॉल का पालन करेंगे।’ भारत में कुल 100 स्वयंसेवकों को कोवीशील्ड वैक्सीन के परीक्षण की पहली खुराक मिल चुकी है। यदि इसे सुरक्षित प्रमाणित किया जाता है तो भारत में सीरम संस्थान द्वारा इसे निर्मित किया जाएगा।