श्रीकृष्ण जन्मस्थान प्रकरण: अदालत ने सुन्नी वक्फ बोर्ड को जारी किया दूसरा नोटिस

मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान और ईदगाह प्रकरण में अधिवक्ता शैलेंद्र सिंह व अन्य के मामले में अदालत ने सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को हाजिर होने के लिए दूसरा नोटिस भेजा है। केस में अन्य प्रतिवादी हाजिर हो चुके हैं। अदालत ने शैलेंद्र सिंह के साथ नारायणी सेना के केस के वाद में सुनवाई के लिए छह मई की तारीख तय की है।

शुक्रवार को सिविल जज सीनियर डिवीजन ज्योति सिंह की अदालत में लखनऊ उच्च न्यायालय के अधिवक्ता शैलेंद्र सिंह व अन्य के मामले की सुनवाई के दौरान अदालत ने प्रतिवादियों में से एक सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को दोबारा नोटिस दिया। एक नोटिस उन्हें पहले जा चुका है। लेकिन इसके तामील न होने के कारण यह दूसरा नोटिस भेजा गया है। 

उधर, शाही मस्जिद इंतजामिया कमेटी की ओर से सचिव एडवोकेट तनवीर अहमद व अन्य अधिवक्तागण मौजूद रहे। वादी एडवोकेट शैलेंद्र सिंह ने बताया कि अदालत में अब उनके मामले में छह मई को सुनवाई होगी। अन्य दावे के वादी नारायणी सेना के अध्यक्ष मनीष यादव ने बताया कि अदालत ने छह मई की सुनवाई की तारीख तय की है।

अदालत में याचिकाकर्ता एवं श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने शुक्रवार को बताया कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास की अगुवाई में मई में राष्ट्रीय स्तर पर चिंतन शिविर होगा। इसमें देश और विदेश के कृष्ण भक्त एकमंच पर आकर श्रीकृष्ण जन्मस्थान मुक्ति के लिए अपनी बात रखेंगे। 

उन्होंने कहा कि हम पूरी तरह कानूनी प्रक्रिया के तहत ही श्रीकृष्ण जन्मभूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाने के लिए प्रतिबद्ध हैं लेकिन अब समय आ गया है कि देश दुनिया के कृष्ण भक्तों को एकमंच पर लाकर जोड़ा जाए और अपनी आवाज मुखर की जाए ताकि कृष्ण भक्तों में जन्मस्थान मुक्ति के लिए जागरूकता पैदा हो सके। 

उन्होंने बताया कि मई में राष्ट्रीय स्तर पर एक चिंतन शिविर का आयोजन करने का निर्णय न्यास ने लिया है। इसमें देशभर के नामचीन संतों का सान्निध्य मिलेगा तो भाजपा नेता व प्रखर वक्ता सुब्रमण्यम स्वामी, हिंदूवादी नेता सुरेश चौहान, अश्विनी उपाध्याय, सांसद कृष्णपाल सिंह यादव, पूर्व पुलिस उप महानिरीक्षक लक्ष्मीनारायण शामिल होंगे। 

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