दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भाजपा केंद्रीय कार्यालय (विस्तार) का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा के आवासीय परिसर और सभागार का भी उद्घाटन किया। पीएम ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई पर सवाल उठाने और कोर्ट के फैसलों को ही कटघरे में खड़ा करने के लिए विपक्ष को जमकर खरी-खोटी सुनाई।
उन्होंने कहा कि जब भाजपा आती है, तब भ्रष्टाचार भागता है। PMLA की तहत कांग्रेस की सरकार (2004-2014) में 5000 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की गई। इसी एक्ट के तहत भाजपा ने पिछले 9 वर्षों में 1 लाख 10 हजार करोड़ रुपए से अधिक संपत्ति जब्त की है। जो लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, उन पर जब एजेंसियां कार्रवाई करती हैं तो एजेंसियों पर हमला किया जाता है। जब कोर्ट कोई फैसला सुनाता है, तो कोर्ट पर सवाल उठाया जाता है। कुछ दलों ने मिलकर भ्रष्टाचारी बचाओ अभियान छेड़ा हुआ है।
उन्होंने कहा कि सात दशक में पहली बार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई की जा रही है। जब हम इतना करेंगे तो कुछ लोग परेशान होंगे और नाराज होंगे लेकिन उनके (विपक्ष) झूठे आरोपों से भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई नहीं रुकेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 1984 में जो हुआ देश कभी उसे भूल नहीं सकता है। उसके बाद जो चुनाव हुआ, उसमें कांग्रेस को बहुमत मिला। हम हताश नहीं हुए, हमने फिर से जमीन पर काम किया और अपने संगठन को मजबूत किया, तब जाकर आज हम यहां पहुंचे हैं। 2 लोकसभा सीटों के साथ शुरू हुआ सफर 2019 में 303 तक पहुंच गया। आज कई राज्यों में हमें 50% से ज्यादा वोट मिलते हैं।
उन्होंने कहा कि आज उत्तर से दक्षिण तक.. पूरब से पश्चिम तक, भाजपा एकमात्र पैन इंडिया पार्टी है। भाजपा एकमात्र अखिल भारतीय राजनीतिक दल है। कर्नाटक में हमारी पार्टी नंबर वन है। परिवारवादी राजनीतिक दलों के बीच भाजपा एक ऐसा राजनीतिक दल है, जो युवाओं को अवसर देता है। हमें भारत की महिलाओं का आशीर्वाद प्राप्त है।
उन्होंने कहा कि आज भाजपा केवल विश्व की सबसे बड़ी पार्टी नहीं है, बल्कि भाजपा भारत की सबसे भविष्यवादी पार्टी है। हमारा एक ही लक्ष्य है- भविष्य के आधुनिक और विकसित भारत का निर्माण करना। BJP केवल चुनाव लड़ने और जीतने तक ही सीमित नहीं है। BJP एक व्यवस्था है, BJP एक विचार है, BJP एक संगठन है, BJP एक आंदोलन है।
उन्होंने कहा कि हमें भाजपा को एक ऐसी संस्था के रूप विकसित करना है जिसके पास अगले 10 साल-50 साल तक लक्ष्य निर्धारित हो। इसके लिए 3 बातें जरूरी है-अध्ययन, आधुनिकता और विश्वभर से अच्छी बातों को आत्मसात करने की शक्ति।