मेरठ में बेटों ने बाजी मारी, जिला टापर बोले, परीक्षा होती तो प्रदेश टॉप करते

मेरठ। इस बार यूपी बोर्ड के परीक्षा परिणाम ने कई रिकार्ड तोड़ दिए। जहां बिना परीक्षा दिए ही इंटर में रिकार्ड प्रतिशत- 89.94 छात्र पास हुए वहीं हाईस्कूल का परीक्षा परिणाम भी कई दशकों बाद 90 प्रतिशत के पार यानी 92.21 प्रतिशत तक गया।

मेरठ में पहली बार बेटे अपना जलवा कायम रखने में सफल हुए हैं। मेरठ क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय से जुड़े जिले के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट कक्षा के 87 हजार 754 छात्र-छात्राओं का रिजल्ट आज जारी हुआ। जिले दसवीं और बारहवी में बेटों ने बाजी मारी। मेरठ में दसवीं कक्षा में सनातन धर्म इंटर कॉलेज के छात्र अर्जुन यादव ने 90.5% अंकों के साथ जिला टॉप किया तो वहीं बारहवीं कक्षा में बालेराम बृजभूषण शास्त्रीनगर इंटर कालेज के साइंस के छात्र अर्जुन पवार 90.8 प्रतिशत अंकों के साथ जिला टॉप किया। जिले में हाई स्कूल में 92.21 प्रतिशत रिजर्ल्ट रहा तो वहीं कक्षा 12 वीं में 89.94 प्रतिशत रिजर्ल्ट रहा।

बता दें कि कोरोना महामारी के कारण यूपी बोर्ड की परीक्षाएं रद कर दी गई थीं। मेरठ के 398 स्कूलों में पढ़ने वाले 45,163 विद्यार्थियों में 44,758 संस्थागत और 405 व्यक्तिगत विद्यार्थी हैं। इंटरमीडिएट के 42591 विद्यार्थियों में संस्थागत 40,750 और व्यक्तिगत 1841 हैं।

इंटरमीडिएट जिला टापर अर्जुन पंवार ने कहा कि अगर परीक्षा होती तो वे निश्चित ही प्रदेश में अपना स्थान बनाते। उन्होंने कहा कि वे पिछले एक साल से घर में परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने अपने को सोशल मीडिया से दूर रखकर दिन में आठ घंटे पढाई की। अर्जुन को विश्वास था कि इस बार यूपी बोर्ड की कक्षा 12वीं की परीक्षा होगी। इसी को ध्यान में रखकर वो अपनी तैयारी कर रहे थे लेकिन जब परीक्षा निरस्त हुई तो उनको काफी निराशा हुई। उन्होंने बताया कि उनका आगे का उद्देश्य आईआईटी में एडमिशन लेना है। अभी उनकी प्रशासनिक सेवा में जाने की कोई योजना नहीं है।

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