BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली को कोलकाता के वुडलैंड अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. गांगुली कोरोना पॉजिटिव होने पर अस्पताल में भर्ती हुए थे. हालांकि, अब भी उनका कोरोना ठीक नहीं हुआ है. पर अब उनका इलाज घर पर चलेगा. भारत के पूर्व कप्तान में कोरोना के अब हल्के लक्षण रह गए हैं. यही वजह है कि अस्पताल ने उन्हें डिस्चार्ज करने का फैसला किया.
BCCI अध्यक्ष के 3 दिन पहले कोरोना पॉजिटिव होने की खबर आई थी, जिसके बाद उन्हें वुडलैंड अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल में 2 दिन चले इलाज के बाद सौरव गांगुली की छुट्टी कर दी गई है. ये इस साल दूसरी बार था जब गांगुली अस्पताल में भर्ती हुए थे. इससे पहले साल की शुरुआत यानी जनवरी 2021 में हार्ट अटैक की समस्या को लेकर उन्हें काफी दिन तक अस्पताल में रहना पड़ा था.
गांगुली की सेहत पर लगातार बनी थी डॉक्टर की नजर
सौरव गांगुली की सेहत पर वुडलैंड अस्पताल के डॉक्टर लगातार नजरें बनाए थे. इधर फैंस भी उनके जल्दी स्वस्थ होकर घर लौटने की कामना कर रहे थे. डॉक्टर की मेहनत और फैंस की दुआओं ने रंग दिखाया और गांगुली को अस्पताल से छुट्टी मिल गई. हालांकि, जब तक उनका कोरोना पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाता वो घर पर ही रहेंगे. बताते चलें कि सौरव गांगुली को कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी थी. इसके बाद उन्हें कोरोना हुआ है.
कोरोना से पहले ‘विराट’ विवाद को लेकर बटोरी सुर्खियां
कोरोना के चलते अस्पताल में भर्ती होने की वजह से सुर्खियों में बने रहने से पहले सौरव गांगुली ने विराट कोहली से अपने मतभेदों को लेकर भी सुर्खियां बटोरी थी. दरअसल, साउथ अफ्रीका दौरे से ठीक पहले BCCI ने विराट कोहली की जगह रोहित शर्मा को वनडे का कप्तान बना दिया था. BCCI अध्यक्ष गांगुली ने कहा था कि कोहली से बात करने के बाद ही उन्हें वनडे की कप्तानी से हटाया गया है. लेकिन फिर विराट कोहली ने जो प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा वो बिल्कुल अलग था. उन्होंने कहा कि कप्तानी छिने जाने से डेढ़ घंटे पहले उन्हें इस बारे में बताया गया. विराट के इस बयान का जवाब देते हुए तब गांगुली ने कहा था कि वो अब इस मसले पर कुछ नहीं बोलेंगे, अब जो करेगा बोर्ड करेगा.