लीड्स में भारत की हार, इंग्लैंड ने 371 रन चेज कर रचा इतिहास

लीड्स। हेडिंग्ले टेस्ट में इंग्लैंड ने 371 रन का विशाल लक्ष्य हासिल कर भारत को पांच विकेट से मात दी। यह इंग्लैंड के टेस्ट इतिहास में दसवां सबसे बड़ा रन चेज है और भारत के खिलाफ अब तक का दूसरा सबसे बड़ा सफल पीछा। इससे पहले 2022 में बर्मिंघम में इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ 378 रन का लक्ष्य हासिल किया था, जो अब तक सर्वोच्च है।

इस मुकाबले में भारत ने पहली पारी में 471 रन बनाए थे, जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 465 रन ठोके। दूसरी पारी में भारतीय टीम 364 रन पर सिमट गई, जिससे मेज़बान टीम को 371 रन का लक्ष्य मिला। इंग्लैंड ने यह लक्ष्य पांच विकेट खोकर पूरा किया और एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में 1-0 की बढ़त बना ली। यह भारत का वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 का पहला मुकाबला था।

गिल की कप्तानी का कड़वा आगाज़
शुभमन गिल की कप्तानी में भारत का यह पहला टेस्ट था और इसी मैच से गिल-गंभीर युग की शुरुआत मानी जा रही थी। हालांकि, शानदार बल्लेबाजी प्रदर्शन के बावजूद टीम को हार का सामना करना पड़ा। भारत ने दोनों पारियों में कुल 835 रन बनाए और पांच बल्लेबाजों ने शतक जड़े—जो एक ऐतिहासिक उपलब्धि थी। इससे पहले कभी एक टेस्ट में भारत के इतने शतक नहीं लगे थे। इसके बावजूद हार मिलना टीम के लिए बेहद निराशाजनक रहा।

इतिहास में यह दूसरी बार है जब भारत को पहली पारी में 470 से अधिक रन बनाने के बावजूद हार झेलनी पड़ी। इससे पहले 2008 में सिडनी टेस्ट में भारत 532 रन बनाने के बावजूद ऑस्ट्रेलिया से हारा था। टेस्ट इतिहास में अब तक सिर्फ चार बार ऐसा हुआ है जब किसी टीम ने 835 से अधिक रन बनाने के बावजूद मुकाबला गंवाया हो।

डकैट का शतक और रिकॉर्ड साझेदारी
इंग्लैंड की जीत में सलामी बल्लेबाज बेन डकेट की आक्रामक पारी निर्णायक रही। उन्होंने चौथी पारी में 149 रन बनाए, जो भारत के खिलाफ चौथी पारी में किसी भी बल्लेबाज का सबसे बड़ा स्कोर है। डकेट ने 170 गेंदों पर 21 चौके और एक छक्का लगाया। उन्होंने जैक क्रॉली के साथ पहले विकेट के लिए 188 रनों की साझेदारी की, जो इंग्लैंड की चौथी पारी में अब तक की सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारियों में एक है। जो रूट (53 रन) और जेमी स्मिथ (नाबाद 44) ने टीम को लक्ष्य तक पहुंचाया।

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