बिहार का नया निर्माण युग: 101 सहायक वास्तुविदों को मिली जिम्मेदारी

राज्य में भवनों के सौंदर्य, कार्यकुशलता और पर्यावरणीय संतुलन को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से अब निर्माण प्रक्रिया में तकनीकी दक्षता को और मजबूती दी जाएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को ‘संवाद’ में आयोजित एक कार्यक्रम में बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित 101 सहायक वास्तुविदों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। इन वास्तुविदों की नियुक्ति से राज्य में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और निरीक्षण प्रणाली को नई दिशा मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र प्रदान करते हुए चयनित उम्मीदवारों—अंकिता प्रसून, नयन दीप, छोटू कुमार, आकाश कुमार, मो. मेहंदी हसन एवं शालिनी साहा—को प्रतीकात्मक रूप से सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने नवचयनित वास्तुविदों को बधाई देते हुए कहा कि उनकी भूमिका राज्य में गुणवत्तापूर्ण और उपयोगी भवनों के निर्माण में महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि ये युवा विशेषज्ञ अपने कार्य के प्रति समर्पित रहेंगे।

राज्य में हो रहे व्यापक निर्माण कार्यों की निगरानी को ध्यान में रखते हुए भवन निर्माण विभाग के अंतर्गत वास्तुविद सेवा संवर्ग का पुनर्गठन किया गया है। इन नवनियुक्त वास्तुविदों को भवन निर्माण विभाग के साथ-साथ गृह, नगर विकास एवं आवास, शिक्षा, पथ निर्माण, पर्यटन, उद्योग विभाग तथा संबंधित निगमों व प्राधिकरणों में उनकी योग्यता के अनुसार नियुक्त किया जाएगा।

चयनित 101 वास्तुविदों में से 31 के पास प्लानिंग में परास्नातक डिग्री है, जबकि आपदा जोखिम प्रबंधन, शहरी डिज़ाइन और लैंडस्केपिंग जैसे विशिष्ट क्षेत्रों में दक्षता रखने वाले अभ्यर्थियों को भी शामिल किया गया है। सरकार का उद्देश्य इन विशेषज्ञों को उनकी विशेषज्ञता के अनुसार जिम्मेदारियाँ सौंपकर राज्य की अधोसंरचना को और बेहतर बनाना है।

कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, भवन निर्माण मंत्री जयंत राज, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

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