पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मोकामा के बहुचर्चित दुलारचंद यादव हत्याकांड में पटना पुलिस ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने बाहुबली नेता और पूर्व विधायक अनंत सिंह को बाढ़ के कारगिल मार्केट क्षेत्र से हिरासत में लिया है।
सूत्रों के अनुसार, यह गिरफ्तारी पटना एसएसपी के निर्देश पर गठित विशेष टीम ने की। अनंत सिंह को दिन में ही गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन चुनावी माहौल और इलाके में तनाव की संभावना को देखते हुए पुलिस ने कार्रवाई को गोपनीय रखा। देर रात आधिकारिक पुष्टि के बाद उन्हें पटना ले जाया गया।
हत्या के बाद बढ़ी सियासी हलचल
मोकामा में हाल ही में जनसुराज पार्टी के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के समर्थन में प्रचार के दौरान दुलारचंद यादव की हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद स्थानीय राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई। आरोप लगाया जा रहा है कि हत्या में अनंत सिंह के करीबी समर्थक शामिल थे।
चुनाव आयोग ने कई अधिकारियों को हटाया
घटना के बाद प्रशासनिक स्तर पर भी सख्त कदम उठाए गए हैं। चुनाव आयोग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कई अधिकारियों के तबादले कर दिए हैं। बाढ़ के एसडीओ चंदन कुमार, दो एसडीपीओ और ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग को हटाने के आदेश जारी किए गए हैं।
इसके साथ ही एसडीपीओ-2 अभिषेक सिंह को निलंबित कर दिया गया है, जबकि एटीएस के डीएसपी आयुष श्रीवास्तव को उनकी जगह नियुक्त किया गया है। सीआईडी के डीएसपी आनंद कुमार सिंह को बाढ़ के एसडीपीओ-1 की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, 2022 बैच के आईएएस अधिकारी आशीष कुमार को बाढ़ का नया एसडीओ बनाया गया है।
चुनाव आयोग ने इस पूरे मामले पर बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से दो नवंबर दोपहर बारह बजे तक रिपोर्ट देने को कहा है।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में नया खुलासा
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि दुलारचंद यादव की मौत गोली से नहीं बल्कि कुचलने से हुई थी। रिपोर्ट में शरीर पर गंभीर चोटों के निशान मिले हैं, पसलियां टूटी हैं और हार्ट अटैक के साथ फेफड़ों के फटने की पुष्टि हुई है।
जांच में अब यह पता लगाया जा रहा है कि उन्हें गाड़ी से कुचला गया या किसी अन्य तरीके से हमला किया गया। पुलिस हत्या के पीछे की साजिश और राजनीतिक संबंधों की भी जांच कर रही है।