दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से क्लासरूम निर्माण से जुड़े कथित अनियमितताओं को लेकर भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) ने शुक्रवार को पूछताछ शुरू की। ACB कार्यालय पहुंचने से पहले सिसोदिया ने मीडिया से बातचीत में कहा कि दिल्ली में शिक्षा व्यवस्था को लेकर जो कार्य हुआ है, वह न केवल प्रभावशाली रहा है बल्कि पूरे देश ने उसकी सराहना की है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी राजनीतिक उद्देश्यों से प्रेरित होकर जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है और इस पूरे मामले में दर्ज की गई एफआईआर राजनीति से प्रेरित है।
‘10 साल से हो रही जांच, कुछ साबित नहीं हुआ’
सिसोदिया ने कहा कि पिछले एक दशक से बीजेपी ने उनकी पार्टी के नेताओं के खिलाफ एजेंसियों का उपयोग करते हुए जांच करवाई, लेकिन आज तक किसी के खिलाफ कुछ भी साबित नहीं हो सका। उन्होंने कहा, “हर बार झूठे मुकदमे, फर्जी एफआईआर की जाती है, और फिर उन्हीं में केस चलता रहता है। इस मामले में भी कुछ निकलने वाला नहीं है।”
‘मनोज तिवारी पर मानहानि का केस, फिर भी बचते फिर रहे हैं’
पूर्व डिप्टी सीएम ने यह भी दावा किया कि इस मामले की शुरुआत भाजपा सांसद मनोज तिवारी द्वारा लगाए गए आरोपों से हुई थी। उन्होंने बताया कि इन आरोपों के जवाब में उन्होंने मानहानि का मामला दर्ज कराया है और फिलहाल मनोज तिवारी जमानत पर हैं। उन्होंने आरोपों को आधारहीन बताया और कहा कि भाजपा का मकसद केवल ध्यान भटकाना है।
‘दिल्ली बेहाल, बीजेपी सिर्फ एफआईआर में व्यस्त’
सिसोदिया ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लेकर भाजपा नेताओं की टिप्पणियों पर पलटवार करते हुए कहा कि राजधानी में आम जनता बिजली कटौती, जलजमाव और सड़कों की दुर्दशा से परेशान है। उन्होंने कहा, “एक बारिश में पूरी दिल्ली ठहर जाती है और बीजेपी केवल एफआईआर कराने और केजरीवाल पर निशाना साधने में लगी हुई है।”