दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी है। अशोक विहार स्थित जेलर वाला बाग क्षेत्र में सोमवार को कई झुग्गियों को ध्वस्त किया गया। यह कार्रवाई दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की टीम द्वारा की गई, जिसमें पुलिस बल और सुरक्षाकर्मी भी मौजूद रहे।
आप नेता सौरभ भारद्वाज का केंद्र और भाजपा पर हमला
आम आदमी पार्टी की दिल्ली इकाई के प्रमुख सौरभ भारद्वाज ने इस कार्रवाई को लेकर केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने सोशल मीडिया पर आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में दिल्ली के गरीबों से न सिर्फ उनकी रोजी-रोटी छीनी जा रही है, बल्कि उनके आशियाने भी उजाड़े जा रहे हैं।
उन्होंने पूछा कि जिन झुग्गियों को गिराया जा रहा है, क्या उन परिवारों को पहले वैकल्पिक आवास उपलब्ध कराया गया? साथ ही उन्होंने यह जानना चाहा कि ‘जहां झुग्गी, वहां मकान’ योजना का क्या हुआ। भाजपा पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले वादे किए गए थे, लेकिन अब उन्हें निभाया नहीं जा रहा।
29 जून को जंतर मंतर पर विरोध प्रदर्शन
आम आदमी पार्टी ने ऐलान किया है कि झुग्गी हटाने की कार्रवाई के विरोध में 29 जून को जंतर मंतर पर झुग्गीवासियों के साथ मिलकर प्रदर्शन किया जाएगा। पार्टी ने मांग की है कि जब तक विस्थापितों को वैकल्पिक आवास नहीं दिया जाता, तब तक उनके घरों पर बुलडोजर न चलाया जाए।
बीते हादसों का भी किया जिक्र
सौरभ भारद्वाज ने बताया कि बवाना के रोहिणी सेक्टर-22 की झुग्गी बस्ती में एक महीने पहले आग लगने से दो मासूम बच्चों की मौत हो गई थी। इसके बाद प्रशासन ने पूरी बस्ती हटवा दी। इसी तरह मद्रासी कैंप की झुग्गियों को भी ध्वस्त किया गया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में लाखों लोग झुग्गियों में रहते हैं और अब समय आ गया है कि वे संगठित होकर अपनी आवाज उठाएं।
कालकाजी की घटना पर आतिशी का बयान
कालकाजी विधानसभा क्षेत्र के भूमिहीन कैंप में हुई अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पर आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी ने भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने सिर्फ 100 दिनों में गरीबों पर तीन बड़े फैसलों से वार किया—बिजली दरों में बढ़ोतरी, शिक्षा में कटौती और अब झुग्गियों का ध्वस्तीकरण।
उन्होंने यह भी बताया कि जिस मामले में कोर्ट में सुनवाई होनी थी, उससे पहले ही सुबह झुग्गियां गिरा दी गईं। डीडीए, डूसिब और दिल्ली सरकार ने अदालत में यह कह दिया कि विस्थापितों को घर नहीं दिए जाएंगे। यह दर्शाता है कि भाजपा की नीति गरीबों को दिल्ली से बाहर करने की है।
राजनीतिक संकेत और सवाल
आतिशी ने आरोप लगाया कि भाजपा एक तरफ बिहार जैसे राज्यों में चुनाव के लिए समर्थन मांग रही है, वहीं दूसरी ओर दिल्ली में उन्हीं राज्यों से आए प्रवासियों के घर उजाड़ रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उसकी नीति क्या है—वोट मांगना या विस्थापन?