दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन से जुडे़ कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी का एक और एक्शन दिखा है. सत्येंद्र जैन के खिलाफ दर्ज धन शोधन के मामले में ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय ने दो और लोगों को गिरफ्तार किया है. ईडी ने जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया है, उनकी पहचान उद्योगपति वैभव जैन और अंकुश जैन के रूप में हुई है. यहां बताना जरूरी है कि इस मामले में सीबीआई ने अंकुश, वैभव जैन और अन्य के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी.
फिलहाल, ईडी अंकुश और वैभव जैन को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है. दोनों से लगातार पूछताछ की जा रही है ताकि इस कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले की गुत्थी सुलझ सके. इस मामले में जब 6 जून को छापेमारी की गई थी, तब ईडी ने कुल 2.35 करोड़ रुपये और करीब 133 सोने के सिक्के जब्त किए थे.
बता दें कि कथित धनशोधन के एक मामले यानी मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तार किए गए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की अभी न्यायिक हिरासत हैं और बीते सोमवार को एक अदालत ने उकी हिरासत अवधि दो सप्ताह के लिए बढ़ा दी.
विशेष न्यायाधीश गीतांजलि गोयल ने यह आदेश ईडी की याचिका पर दिया जिसमें जैन की हिरासत अवधि बढ़ाने का आग्रह किया गया था. इससे पहले दिन के दौरान, न्यायाधीश ने यह कहते हुए याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया कि कार्यवाही के दौरान न तो जैन और न ही उनका प्रतिनिधित्व करने वाला कोई वकील अदालत के समक्ष मौजूद है.
जैन के अस्पताल में भर्ती होने के बारे में बताए जाने के बाद, अदालत ने ईडी को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दिन में बाद में जैन की उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. न्यायाधीश ने एजेंसी की याचिका पर दलीलें सुनीं और जैन की न्यायिक हिरासत 14 दिन के लिए बढ़ा दी।
बता दें कि ईडी ने 57 वर्षीय सत्येंद्र जैन को कथित धनशोधन मामले में 30 मई को धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत गिरफ्तार किया था. ऑक्सीजन का स्तर गिरने के बाद उन्हें पिछले हफ्ते शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था.