दिल्ली पुलिस ने अपने 15 जिलों सहित यातायात और अन्य इकाइयों के लिए 32 एआई निगरानी ड्रोन खरीदने की योजना बनाई है। फिलहाल, पुलिस संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी और बड़ी सभाओं के दौरान हवाई नजर रखने के लिए निजी विक्रेताओं से ड्रोन किराए पर लेती है।
ड्रोन खरीद की प्रक्रिया
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि “बर्ड्स आई व्यू” तकनीक को बढ़ावा देने के लिए ड्रोन खरीदने का निर्णय लिया गया है। इस पहल के तहत पहले चरण में 32 ड्रोन खरीदे जाएंगे, जिनकी अनुमानित कीमत करीब 30 लाख रुपये प्रति ड्रोन होगी। ये ड्रोन पुलिस के 15 जिलों, यातायात इकाई और अन्य बलों में वितरित किए जाएंगे।
अत्याधुनिक ड्रोन की विशेषताएं
ड्रोन में उच्च गुणवत्ता वाली हवाई फुटेज रिकॉर्डिंग, जूम क्षमता और चलती वस्तुओं को ट्रैक करने के लिए एआई तकनीक होगी। इनमें नाइट विजन कैमरे भी लगे होंगे। ड्रोन खरीदने के लिए निजी कंपनियों से टेंडर जारी कर दिया गया है, और ड्रोन ऑपरेट करने का प्रशिक्षण भी संबंधित कंपनियों द्वारा पुलिस कर्मियों को दिया जाएगा।
ड्रोन का पुलिस कार्यों में उपयोग
दिल्ली पुलिस ने पहली बार 2014 में त्रिलोकपुरी दंगों के दौरान ड्रोन का इस्तेमाल किया था। इसके अलावा, 2020-21 के किसान आंदोलन और कोरोना महामारी के दौरान भी ड्रोन का व्यापक उपयोग किया गया था। दंगों और भीड़ प्रबंधन के दौरान इनका प्रयोग सुरक्षा व्यवस्था को और प्रभावी बनाने के लिए किया गया।
सुरक्षा में ड्रोन की अहमियत
दिल्ली पुलिस का मानना है कि इन अत्याधुनिक एआई ड्रोन से निगरानी क्षमता में सुधार होगा और संवेदनशील क्षेत्रों पर बेहतर नियंत्रण रखा जा सकेगा। ड्रोन अब पुलिस सुरक्षा तंत्र का अभिन्न हिस्सा बनते जा रहे हैं।