कांवड़ यात्रा के दौरान मीट दुकानों और पहचान बदलकर दुकानें चलाने को लेकर छिड़ा विवाद अब दिल्ली तक पहुंच गया है। शकूरपुर बस्ती से भाजपा विधायक करनैल सिंह ने मांग की है कि कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाली मीट की दुकानें यात्रा के दौरान बंद रखी जाएं और दुकानदार अपनी असली पहचान के साथ कारोबार करें।
विधायक ने की सनातन संस्कृति का सम्मान रखने की अपील
विधायक करनैल सिंह ने कहा कि राजधानी दिल्ली में इस बार कांवड़ यात्रा को लेकर उत्साह का माहौल है। उन्होंने कहा, “27 साल बाद दिल्ली में सनातन परंपरा को सम्मान देने वाली सरकार बनी है, जिससे श्रद्धालुओं में खास उत्साह देखा जा रहा है।”
उन्होंने अपील की कि “यदि कोई रहीम है, तो वह अपनी दुकान पर वही नाम प्रदर्शित करे। किसी धार्मिक भावनाओं से खेलने के लिए ‘राम’ का नाम उपयोग करके भोजन परोसना अनुचित है।”
अवैध मीट दुकानों पर कार्रवाई की चेतावनी
करनैल सिंह ने बताया कि मंदिर प्रकोष्ठ की टीम ने विभिन्न क्षेत्रों में निरीक्षण शुरू कर दिया है और जहां भी अवैध मीट दुकानें संचालित पाई गईं, उन्हें बंद करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा, “गैरकानूनी तरीके से मीट बेचने वालों पर हम सख्ती से कार्रवाई करेंगे।”
वैध दुकानदारों से सहयोग की अपील
विधायक ने कहा कि जो मीट की दुकानें वैध हैं, उनसे अनुरोध किया गया है कि वे भी कांवड़ यात्रा के दौरान धार्मिक भावनाओं का सम्मान करें और अपनी दुकान के बाहर स्पष्ट रूप से असली नाम अंकित करें। उन्होंने दोहराया कि “अगर कोई जानबूझकर पहचान छिपाकर धार्मिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेगा, तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
नए कानून की उम्मीद जताई
जब विधायक से पूछा गया कि क्या वे इस संबंध में दिल्ली सरकार या नगर निगम को लिखेंगे, तो उन्होंने कहा, “अब राज्य में हमारी ही सरकार है। मैं खुद संवैधानिक पद पर हूं और मुझे पूरा विश्वास है कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता इस विषय पर नया कानून बनाएंगी।”
उन्होंने कहा कि जब तक नया कानून लागू नहीं होता, तब तक अवैध दुकानों पर सख्त नजर रखी जाएगी और धर्म एवं आस्था से जुड़ी भावनाओं का सम्मान सुनिश्चित किया जाएगा।