नई दिल्ली। पेरिस एयर शो 2025 में भारत अपनी उन्नत रक्षा क्षमताओं और स्वदेशी तकनीकों का प्रदर्शन करेगा। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने पुष्टि की है कि भारत इस प्रतिष्ठित वैश्विक आयोजन में भाग लेगा, जहां अत्याधुनिक लड़ाकू उपकरण, मिसाइल प्रणालियाँ और एयरोस्पेस नवाचार दुनिया के सामने प्रस्तुत किए जाएंगे।
DRDO ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा एक वीडियो में बताया कि इस आयोजन में भारत की आत्मनिर्भर रक्षा क्षमताओं, रणनीतिक सोच और वैश्विक साझेदारी की झलक पेश की जाएगी। यह शो 16 से 22 जून तक फ्रांस के ले बॉरगेट में आयोजित किया जाएगा।
अस्त्र मिसाइल से लेकर तेजस तक
DRDO के अनुसार, इस कार्यक्रम में भारत की अगली पीढ़ी की मानव रहित हवाई प्रणालियाँ (UAVs) और उन्नत रक्षा उपकरणों को प्रदर्शित किया जाएगा। वीडियो में प्रमुख रूप से ‘अस्त्र’ बीवीआर (बियॉन्ड विजुअल रेंज) मिसाइल को दिखाया गया है, जिसे हवा से हवा में मार करने के लिए तैयार किया गया है। यह सभी मौसमों में, दिन और रात, अत्यधिक गतिशील सुपरसोनिक लक्ष्यों को भेदने की क्षमता रखती है।
इसके साथ ही, लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) तेजस मार्क-2, जिसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा विकसित किया गया है, भी शो का आकर्षण होगा। यह भारत का पूर्णत: स्वदेशी लड़ाकू विमान है जो भविष्य की वायुसेना आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम है।
रडार, वार्निंग सिस्टम और एंटी टैंक मिसाइलें भी होंगी शामिल
इस प्रदर्शनी में DRDO हथियार लोकेटिंग रडार ‘स्वाति’ को भी पेश करेगा, जिसे दुश्मन की तोप, मोर्टार और रॉकेट जैसे हमलों की दिशा और स्थान की पहचान के लिए तैयार किया गया है।
एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (AEW&C), जो दुश्मन के विमान और UAV की गतिविधियों पर निगरानी रखने में सक्षम है, भी इस शो में प्रदर्शित होगा। साथ ही, ‘हेलिना’ (हेलीकॉप्टर आधारित नाग मिसाइल) जो तीसरी पीढ़ी की फायर-एंड-फॉरगेट एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल है, को भी प्रदर्शन में शामिल किया गया है। यह मिसाइल HAL के एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) पर फिट की जाती है।
डोर्नियर विमान भी प्रदर्शनी का हिस्सा
इसके अतिरिक्त, DRDO द्वारा निर्मित डोर्नियर एयरक्राफ्ट की विशेषताओं को भी दुनिया के सामने लाया जाएगा, जो भारत की उन्नत एविएशन क्षमताओं का प्रमाण है।