अनिल विज का कांग्रेस पर निशाना: संवैधानिक संस्थाओं पर नहीं है भरोसा, तानाशाही मानसिकता हावी

हरियाणा के ऊर्जा मंत्री अनिल विज ने रॉबर्ट वाड्रा की कोर्ट में पेशी को लेकर कांग्रेस द्वारा उठाए गए सवालों पर प्रतिक्रिया दी है। विज ने कहा कि कांग्रेस को देश की संवैधानिक संस्थाओं में भरोसा नहीं है और लगता है कि वह सोची-समझी रणनीति के तहत इन संस्थाओं को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती इन्हीं संस्थाओं पर टिकी होती है, लेकिन कांग्रेस का दृष्टिकोण हमेशा अधिनायकवादी रहा है।

विज ने इमरजेंसी का हवाला देते हुए कहा कि देश में 192 बार अनुच्छेद 356 लागू किया गया, जिनमें अधिकतर मौकों पर कांग्रेस ने ही चुनी हुई सरकारों को बर्खास्त किया। उन्होंने यह भी जोड़ा कि बीजेपी के पिछले 11 सालों के शासन में एक बार भी इस धारा का प्रयोग नहीं हुआ, जो पार्टी की लोकतांत्रिक सोच को दर्शाता है।

कांग्रेस संगठन को बताया ‘हवा में लटका’

कांग्रेस द्वारा हरियाणा में एक दिवंगत महिला नेता को सचिव पद पर नियुक्त करने पर भी विज ने कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक से कांग्रेस संगठनात्मक चुनाव कराने में असफल रही है और अब हड़बड़ी में ऐसा संगठन बना रही है, जिसे खुद नहीं पता कि पार्टी में कौन जीवित है और कौन नहीं।

हुड्डा पर भी किया तंज

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बयान कि “मंडियों में किसान परेशान हैं और सरकार आंखें मूंदे बैठी है,” पर प्रतिक्रिया देते हुए विज ने कहा कि हुड्डा तब से हर सरकारी फैसले का विरोध कर रहे हैं जब से वे सत्ता से बाहर हुए हैं, जबकि हकीकत में चीजें व्यवस्थित रूप से चल रही हैं।

मुख्यमंत्री बनने के दावे पर चुटकी

कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया के ‘एक दिन मुख्यमंत्री बनें तो हरियाणा की तकदीर बदल देंगे’ वाले बयान पर विज ने व्यंग्य किया और कहा कि इस तरह के दावे तो कोई भी कर सकता है, लेकिन कहने और कर दिखाने में बड़ा अंतर होता है।

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