बवानीखेड़ा क्षेत्र के गांव अलखपुरा में मंगलवार रात एक पारिवारिक विवाद उस समय हिंसक हो गया जब दो बहनों को लेने उनके मायके से आया भाई विवाद में घिर गया और उसकी हत्या कर दी गई। मृतक के परिजनों ने ससुराल पक्ष के सात सदस्यों पर आरोप लगाया है, जबकि दूसरी ओर ससुराल पक्ष ने भी मारपीट के आरोप लगाए हैं। फिलहाल पुलिस ने युवक के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद दोनों पक्षों की शिकायतों के आधार पर क्रॉस एफआईआर दर्ज कर ली है।
जानकारी के अनुसार, गांव खानक निवासी प्रदीप (18) अपनी बहनों को ससुराल से लाने मंगलवार देर रात अपने रिश्तेदार मंगल और राजेश के साथ अलखपुरा गांव गया था। वहां कथित रूप से ससुराल वालों ने उन पर ईंट-पत्थरों, लोहे की रॉड और चाकुओं से हमला कर दिया। हमले में प्रदीप की मौके पर ही मौत हो गई जबकि मंगल और राजेश गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हमले के दौरान कोई बचाने नहीं आया
घायल मंगल ने आरोप लगाया कि वे चिल्लाते रहे, लेकिन बचाव के लिए कोई नहीं आया। घटना की सूचना पर डायल 112 की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया।
पिता ने लगाई न्याय की गुहार
प्रदीप के पिता संजय ने बताया कि उनकी चार संतानें हैं—दो बेटे और दो बेटियां। लगभग आठ वर्ष पहले दोनों बेटियों की शादी अलखपुरा गांव में हुई थी। शादी के कुछ समय बाद से ही ससुराल पक्ष की ओर से बेटियों को प्रताड़ित किया जा रहा था। मंगलवार को भी ससुराल पक्ष से झगड़ा हुआ, जिसमें बड़ी बेटी घायल हो गई। उसका इलाज चल रहा है।
संजय के अनुसार, प्रदीप बहनों को मायके लाने और कपड़े लेने गया था, तभी उस पर जानलेवा हमला कर दिया गया, जिसमें उसकी मौत हो गई और अन्य दो घायल हुए। परिवार ने प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।