हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में आगामी सात दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने 22, 23, 25 और 26 जून के लिए ऑरेंज अलर्ट, जबकि 24, 27 और 28 जून के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। राजधानी शिमला सहित विभिन्न क्षेत्रों में रुक-रुककर बारिश का सिलसिला बना हुआ है।
बीती रात कसौली में 30.0 मिमी, जोत में 21.0 मिमी, मुरारी देवी में 13.0 मिमी, मंडी, करसोग, जोगिंदरनगर, शिमला, पालमपुर, सोलन और सुंदरनगर में भी हल्की बारिश दर्ज की गई।
तापमान और अलर्ट की स्थिति
शिमला में न्यूनतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि पांवटा साहिब में सबसे अधिक 27.0 डिग्री रहा। अन्य प्रमुख शहरों जैसे ऊना, धर्मशाला, मनाली, बिलासपुर, सोलन व कांगड़ा में भी तापमान सामान्य से कुछ अधिक दर्ज किया गया।
मंडी प्रशासन की एडवाइजरी: सतर्क रहें, अफवाहों से बचें
दक्षिण-पश्चिम मानसून की तीव्रता को देखते हुए मंडी जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सावधानी बरतने की सलाह दी है। उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया कि प्रशासन का उद्देश्य संभावित आपदाओं के लिए नागरिकों को पहले से तैयार रखना है ताकि जनहानि और संपत्ति की क्षति रोकी जा सके।
प्रशासन ने नागरिकों को मौसम विभाग, सिंचाई विभाग और जिला प्रशासन की आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा रखने, अनावश्यक यात्राओं से बचने, तथा भूस्खलन व जलभराव संभावित क्षेत्रों में न जाने की चेतावनी दी है।
हर परिवार बनाए आपातकालीन किट
प्रशासन ने प्रत्येक परिवार को एक आपातकालीन किट तैयार करने की सलाह दी है, जिसमें पीने का पानी, सूखा राशन, दवाएं, टॉर्च, बैटरियां, पहचान पत्र व चार्जर शामिल हों। जल निकासी व्यवस्था दुरुस्त रखें और भूस्खलन या बाढ़ संभावित इलाकों में रहने वाले लोग पहले से वैकल्पिक सुरक्षित स्थान चिन्हित कर लें।
विद्यालयों, पशुओं और बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता
स्कूल व आंगनवाड़ियों की सुरक्षा की जांच की जाए और बच्चों के लिए सुरक्षित निकासी अभ्यास कराए जाएं। पशुपालकों को भी पशुओं के लिए सुरक्षित ठिकानों की पहचान और चारे-पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
पांवटा साहिब में जलभराव, नगर परिषद की तैयारियां उजागर
पहली ही बारिश में पांवटा साहिब से देवीनगर मार्ग पर जलभराव हो गया, जिससे कई घरों और दुकानों में पानी भर गया। वार्ड-9, 7, 8 और बद्रीपुर की गलियों में भी पानी जमा हो गया है। बद्रीपुर के जाट मोहल्ले में जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने से समस्या और गंभीर हो गई है।
पार्वती नदी में टापू पर फंसे दो लोग, रस्सियों से किया गया रेस्क्यू
कटागला क्षेत्र में पार्वती नदी का जलस्तर बढ़ने से दो व्यक्ति नदी के बीच बने टापू पर फंस गए थे। पुलगा बांध से पानी छोड़े जाने के बाद स्थिति गंभीर हो गई थी। हालांकि समय रहते पुलिस व स्थानीय लोगों की मदद से रस्सियों के सहारे दोनों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।