हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग ने एलाइड सर्विस परीक्षा 2024-25 का अंतिम परिणाम जारी कर दिया है। आयोग द्वारा आयोजित प्रारंभिक परीक्षा 8 सितंबर 2024 को और मुख्य परीक्षा 7 से 9 मार्च 2025 के बीच हुई थी। प्रमाणपत्रों के सत्यापन की प्रक्रिया 17 से 19 जून 2025 तक चली, जिसके बाद मंगलवार को कुल 56 अभ्यर्थियों को चयनित घोषित किया गया।
इनमें से 33 अभ्यर्थियों को सहायक राज्य कर एवं आबकारी अधिकारी के पद पर नियुक्ति मिलेगी। ये सभी नियुक्तियां नियमित आधार पर होंगी। इसके अतिरिक्त, उद्योग विभाग में 9 एक्सटेंशन अधिकारियों, निर्वाचन विभाग में 10 इलेक्शन कानूनगो और सहकारिता विभाग में 4 निरीक्षक (ऑडिट) के पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी।
चयनित अभ्यर्थियों की सूची इस प्रकार है:
सहायक राज्य कर एवं आबकारी अधिकारी के लिए चयनित अभ्यर्थियों में कुसुम लता, क्षितिज मेहता, नितेश कुमार, साक्षी मेहरा, आस्था पवार, स्वाति, प्रेरणा, शिल्पा, दीपिका देवी, देशराज सैनी, रिजिका औक्टा, नेहा सहगल, अनाया, सौरभ शर्मा, दीपक, सुमंत कौशल, सौरव वर्मा, संजय ठाकुर, कमल किशोर, नितिका चौधरी, प्रियदर्शनी, आंचल कुमारी, गुलशन भारद्वाज, प्रिंस कुमार, राहुल कुमार, आशीष, कुमारी वैशाली, आनंद कुमार, अमन चड्ढा, अखिल वर्धान, शामलाल, विनित कुमार और प्रिया सैनी शामिल हैं।
उद्योग विभाग में एक्सटेंशन अधिकारी के रूप में अक्षय कुमार, निकिता सोनी, मनोज कुमार, लाघवी शर्मा, विक्रांत पांडे, प्रणव शर्मा, श्वेता ठाकुर, चेतेंद्र कुमार और मंजीत सिंह चयनित हुए हैं। वहीं, चुनाव विभाग में इलेक्शन कानूनगो के पद पर योमित कुमार, आरती दत्त शर्मा, प्रशांत चड्ढा, मुनीष सिंह, संगीता रानी, सुशांत वर्मा, अर्चना शर्मा, शुभम चंदेल, अभिनव आनंद और तुषार का चयन हुआ है। सहकारिता विभाग के लिए विजेंद्र सिंह पठानिया, हरीश शांडिल, जीवन लाल और अलीशा को निरीक्षक (ऑडिट ट्रेनी) पद के लिए चुना गया है।
किसान के बेटे आनंद की सफलता की मिसाल
बिलासपुर जिले की भराड़ी उपतहसील के गांव दधोल निवासी आनंद कुमार मंगलम ने अपनी लगन और आत्मविश्वास से एलाइड सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की है। उनका चयन आबकारी एवं कराधान विभाग में सहायक आयुक्त के पद पर हुआ है। आनंद एक कृषक परिवार से हैं। उनके पिता सुरेंद्र कुमार सब्जी की खेती करते हैं और माता संतोष कुमारी गृहिणी हैं।
बिना किसी कोचिंग के शिमला में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की लाइब्रेरी में आत्मअध्ययन करते हुए उन्होंने परीक्षा की तैयारी की। कठिन परिस्थितियों और 12 बार मुख्य परीक्षा तथा तीन बार इंटरव्यू में असफल होने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी।
आनंद ने एसवीएम दधोल और भटेड़ से स्कूली शिक्षा, स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय घुमारवीं से बीएससी तथा एचपीयू से एमएससी और एमफिल किया है। उनका चयन प्रारंभिक परीक्षा (सितंबर 2024), मुख्य परीक्षा (मार्च 2025) और 18 जून 2025 को आयोजित इंटरव्यू के बाद हुआ।