हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग द्वारा जारी ऑरेंज अलर्ट के बीच बुधवार को भारी बारिश और जलप्रलय ने तबाही मचाई। गुरुवार को मौसम साफ होने से राहत जरूर मिली, लेकिन राहत-बचाव कार्यों में लगे दलों ने अपने अभियान को और तेज कर दिया है। कल दो शव बरामद हुए थे, जबकि आज सुबह से चले सर्च ऑपरेशन में तीन और शव बरामद किए गए हैं। हालांकि रुक-रुककर हो रही बारिश अभियान में रुकावट बन रही है, इसके बावजूद NDRF, SDRF और पुलिस की टीम लगातार कार्य में जुटी हुई है।
जंगल में छिपे युवक को SDRF ने बचाया
रेस्क्यू टीम ने जंगल में फंसे एक युवक लवली को सुरक्षित निकाल लिया है। लवली ने बताया कि वह चंबा जिले का रहने वाला है और हादसे के समय अपने चार साथियों के साथ कैंप में मौजूद था। अचानक पानी का बहाव तेज होने पर सभी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागे। लवली जंगल की ओर भाग गया और रात भर वहीं भूखा-प्यासा रहा। सुबह SDRF की टीम ने उसे खोजकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
संयुक्त अभियान में अब तक 5 शव बरामद
NDRF कमांडेंट बलजिंदर सिंह ने बताया कि सर्च अभियान में NDRF, SDRF और स्थानीय पुलिस की टीमें समन्वय में काम कर रही हैं। उन्होंने बताया कि अब तक पांच शव बरामद किए जा चुके हैं, जबकि जिला प्रशासन ने जानकारी दी थी कि कुल छह लोग लापता हैं। मौसम की खराबी सर्च अभियान में बाधा बन रही है, लेकिन रेस्क्यू कार्य रुक-रुककर जारी है।
ADM कांगड़ा ने दी स्थिति की जानकारी
कांगड़ा की अपर जिला अधिकारी (ADM) शिल्पी बेकटा ने बताया कि बुधवार दोपहर बाद सूचना मिली थी कि मनुनी खड्ड में एक शव मिला है। इसके साथ ही पावर प्रोजेक्ट से जुड़े 15 से 20 लोगों के लापता होने की खबर भी आई थी। SHO को तत्काल मौके पर भेजा गया और राहत कार्य शुरू हुआ। अब तक कुल पांच शव बरामद हो चुके हैं, जबकि एक युवक को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है।
उन्होंने आमजन से अपील की है कि अफवाहों से बचें और प्रशासन की ओर से जारी निर्देशों का पालन करें।