पहलगाम हमले के बाद घाटी में गिरफ्तारियां तेज़, महबूबा मुफ्ती ने जताई चिंता

पहलगाम आतंकी हमले के बाद कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ सेना और पुलिस की कार्रवाई तेज़ हो गई है। इस अभियान के तहत 1500 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है, और तलाशी अभियान अब भी जारी है। इस पर पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने गंभीर चिंता व्यक्त की है।

उन्होंने कहा कि आम नागरिकों को पूछताछ के नाम पर परेशान किया जा रहा है और “OGW” (Over Ground Worker) बताकर लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। महबूबा मुफ्ती ने पहलगाम जाकर स्थानीय लोगों से मुलाकात की और दावा किया कि जिन लोगों ने पर्यटकों की सुरक्षा में मदद की, आज उन्हीं को हिरासत में लिया जा रहा है।

“पूछताछ के बहाने भूखा रखा जा रहा है”

महबूबा ने आरोप लगाया कि पुलिस थानों में लोगों को घंटों भूखा रखा जाता है। उन्होंने कहा कि कार्रवाई के नाम पर वे लोग भी निशाने पर हैं जो घोड़े चलाते हैं या रेहड़ी लगाकर अपनी रोज़ी कमाते हैं।

“लाशें लौट रही हैं”

महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया कि कई मामलों में हिरासत में लिए गए लोगों की मौत हो रही है और उनके शव परिजनों को लौटाए जा रहे हैं। उन्होंने अल्ताफ और इम्तियाज़ नामक दो युवकों की संदिग्ध मौतों का उदाहरण देते हुए सुरक्षा एजेंसियों की भूमिका पर सवाल उठाए।

गृह मंत्री से की अपील

महबूबा मुफ्ती ने गृह मंत्री अमित शाह से आग्रह किया कि पर्यटकों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम किए जाएं और स्थानीय कारोबारियों को राहत दी जाए। उन्होंने पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए ब्याजमुक्त कर्ज और आर्थिक सहायता की मांग की है, ताकि घाटी में सामान्य स्थिति बनी रहे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here