जम्मू के आरएस पुरा क्षेत्र में शनिवार को पाकिस्तान द्वारा की गई भारी गोलाबारी में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के आठ जवान घायल हो गए। इनमें से एक सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज ने वीरगति प्राप्त की। शेष सात जवानों का इलाज जारी है। बीएसएफ ने मोहम्मद इम्तियाज की शहादत को नमन करते हुए कहा कि उन्होंने सीमा चौकी का नेतृत्व करते हुए अदम्य साहस का परिचय दिया। डीजी बीएसएफ और अन्य अधिकारियों ने शहीद के परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। शनिवार को जम्मू के फ्रंटियर मुख्यालय में पूरे सैन्य सम्मान के साथ पुष्पांजलि समारोह आयोजित किया जाएगा।
पाकिस्तान की बौखलाहट, रिहायशी इलाकों को निशाना
सीमा पार से पाकिस्तान की उकसावे वाली कार्रवाई लगातार जारी है। इस बार उसने नई रणनीति अपनाई है। पहले जहां हमले सीमावर्ती इलाकों तक सीमित रहते थे, वहीं अब शहर के रिहायशी क्षेत्रों को भी निशाना बनाया जा रहा है। सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर हरचरण सिंह ने कहा कि यह बदलाव पाकिस्तान की बौखलाहट को दर्शाता है।
सुरक्षा बल हर चुनौती का मुकाबला करने के लिए तैयार
हमारे सुरक्षा बल हर परिस्थिति का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। पाकिस्तान अब शहरों के रिहायशी इलाकों को टारगेट कर अधिक नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहा है। युद्ध सेवा मेडल से सम्मानित और कारगिल युद्ध के नायक ब्रिगेडियर कुशाहल ठाकुर ने कहा कि भारत ने एयर स्ट्राइक सिर्फ आतंकी ठिकानों पर की थी, जबकि पाकिस्तान अब आम नागरिकों पर निशाना साध रहा है।
पहली बार जम्मू को बनाया निशाना
पाकिस्तान की यह कार्रवाई उसकी निराशा का प्रतीक है। इससे पहले कभी जम्मू शहर को निशाना नहीं बनाया गया था। रिहायशी और सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले कर पाकिस्तान अपनी जनता को दिखाना चाहता है कि वह भारत पर हमला करने में सक्षम है।