पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार जम्मू-कश्मीर के दौरे पर शुक्रवार को कटरा पहुंचे। उन्होंने कहा कि मां वैष्णो देवी के आशीर्वाद से आज कश्मीर घाटी भी देश के रेल नेटवर्क से जुड़ गई है। वर्षों से ‘कश्मीर से कन्याकुमारी’ की बात होती थी, अब यह नारा रेलवे नेटवर्क के संदर्भ में साकार हो गया है।
कटरा में जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह कार्यक्रम भारत की एकता और संकल्प का प्रतीक है। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, “लगता है अच्छे काम करने की जिम्मेदारी सिर्फ मेरे लिए ही बची है।”
आतंकी हमले पर तीखी प्रतिक्रिया, पाकिस्तान को चेतावनी
पीएम मोदी ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले को मानवता पर हमला बताते हुए पाकिस्तान पर करारा हमला किया। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश भारत में अशांति फैलाना चाहता है और जम्मू-कश्मीर के मेहनतकश नागरिकों की रोज़ी-रोटी पर हमला करने की मंशा रखता है। उन्होंने कहा कि अब कश्मीर का युवा आतंकवाद को करारा जवाब देने के लिए तैयार है।
उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की चर्चा करते हुए कहा कि 6 जून को ठीक एक माह पहले भारतीय सुरक्षा बलों ने आतंकियों पर कड़ी कार्रवाई की थी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जब भी इस ऑपरेशन का नाम सुनेगा, उसे अपनी करारी शिकस्त याद आएगी।
रेल संपर्क का नया युग, चिनाब और अंजी ब्रिज का लोकार्पण
प्रधानमंत्री ने कटरा से श्रीनगर तक पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर कश्मीर घाटी को देश के रेल नेटवर्क से जोड़ने की ऐतिहासिक शुरुआत की। इसके साथ ही उन्होंने चिनाब रेल पुल और भारत के पहले केबल-स्टेड अंजी ब्रिज का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने कहा कि ये पुल न केवल इंजीनियरिंग का चमत्कार हैं, बल्कि जम्मू-कश्मीर की समृद्धि के वाहक भी बनेंगे।
उन्होंने बताया कि उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल परियोजना (USBRL) सिर्फ एक योजना नहीं बल्कि जम्मू-कश्मीर की नई शक्ति और संभावनाओं का प्रतीक है। इस परियोजना को पूरा करना बेहद चुनौतीपूर्ण था, लेकिन सरकार ने इन चुनौतियों को अवसर में बदल दिया।
विकास की नई लहर: मेडिकल कॉलेज से लेकर सड़कों तक विस्तार
प्रधानमंत्री ने रियासी जिले में 350 करोड़ की लागत से बनने वाले श्री माता वैष्णो देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सीलेंस की आधारशिला रखी, जो इस क्षेत्र का पहला मेडिकल कॉलेज होगा। इसके अलावा उन्होंने श्रीनगर में दो फ्लाईओवर और नेशनल हाईवे परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया।
वहीं, रफियाबाद से कुपवाड़ा तक NH-701 के चौड़ीकरण और शोपियां बायपास रोड निर्माण की आधारशिला भी रखी गई, जिन पर लगभग 1,952 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद, संदिग्धों पर नजर
प्रधानमंत्री की यात्रा को देखते हुए पूरे जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए। घाटी में हाई अलर्ट घोषित किया गया और विभिन्न एजेंसियों ने सुरक्षा की कड़ी निगरानी रखी। संवेदनशील इलाकों में संदिग्ध लोगों के घरों पर छापेमारी की गई, जिसमें ओवर ग्राउंड वर्कर और सीमापार सक्रिय आतंकियों के रिश्तेदार शामिल थे।
यात्रा से पहले उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने तैयारियों की समीक्षा की।
तेज रफ्तार से जुड़ेगा कटरा-श्रीनगर, 3 घंटे में तय होगा सफर
272 किलोमीटर लंबी यूएसबीआरएल परियोजना में 36 सुरंगें और 943 पुल हैं, जिसकी कुल लागत 43,780 करोड़ रुपये है। वंदे भारत ट्रेनों के संचालन से तीर्थयात्रियों, पर्यटकों और स्थानीय यात्रियों को यात्रा में सुविधा और समय की बचत होगी। चिनाब ब्रिज के माध्यम से कटरा से श्रीनगर तक की दूरी अब मात्र 3 घंटे में तय की जा सकेगी।