अमरनाथ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्रशासन ने यात्रा मार्ग के कई हिस्सों को नो फ्लाई ज़ोन घोषित कर दिया है। यह फैसला राज्य प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की सिफारिशों के आधार पर लिया गया है, ताकि यात्रा शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से संपन्न हो सके।
इन क्षेत्रों में लागू हुआ नो फ्लाई ज़ोन
- पवित्र अमरनाथ गुफा क्षेत्र
अमरनाथ गुफा और इसके आस-पास के पूरे क्षेत्र को नो फ्लाई ज़ोन घोषित किया गया है, जहां किसी भी प्रकार की हवाई गतिविधि पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। - बालटाल और पहलगाम मार्ग
यात्रा के दोनों प्रमुख रूट—बालटाल और पहलगाम को भी इस दायरे में शामिल किया गया है, जहां विशेष सुरक्षा बंदोबस्त किए गए हैं। - जम्मू से कश्मीर घाटी तक का मार्ग
तीर्थयात्रियों की आवाजाही के प्रमुख मार्ग पर भी हवाई गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।
इन नो फ्लाई ज़ोन में ड्रोन, पैराग्लाइडर और अनधिकृत हेलीकॉप्टर उड़ानों की अनुमति नहीं होगी। आदेश का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
सुरक्षा बलों की तैनाती जारी
प्रशासन ने इन क्षेत्रों में अर्धसैनिक बलों और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की तैनाती तेज कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि यह कदम श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए उठाया गया है, जिससे वे श्रद्धा और निर्भयता के साथ यात्रा कर सकें।
यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब सुरक्षा एजेंसियों को संभावित खतरों को लेकर अलर्ट पर रखा गया है। प्रशासन की कोशिश है कि इस धार्मिक यात्रा को हर दृष्टि से पूरी तरह सुरक्षित और सहज बनाया जाए।