जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आज बुधवार शाम श्रीनगर स्थित राजभवन में सुरक्षा को लेकर समीक्षा बैठक की। बैठक में मुख्य सचिव, डीजीपी और सभी वरिष्ठ नागरिक प्रशासन और पुलिस अधिकारी शामिल हुए। सूत्रों का कहना है कि उपराज्यपाल ने अधिकारियों से पहलगाम में नागरिकों की हत्या का बदला हर तरह से लेने को कहा है। अधिकारियों को पूरी ताकत प्रदान की गई है।
कल यानि मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलियां बरसा कर 26 लोगों की नृशंस हत्या कर दी। सेना की वर्दी में आए दहशतगर्दों ने पहलगाम की बायसरन घाटी में पर्यटकों से पहले उनका धर्म पूछा, परिचय पत्र देखे और फिर हिंदू हो कहकर गोली मार दी। 26 मृतकों में ज्यादातर पर्यटक हैं, जबकि दो विदेशी और दो स्थानीय नागरिक शामिल हैं।
आतंकियों ने कहा- तुम्हें नहीं मारेंगे, जाओ मोदी को बता दो
मृतकों में कर्नाटक के शिवमोगा के कारोबारी मंजुनाथ राव शामिल हैं। मंजुनाथ की पत्नी ने बताया कि आतंकियों ने उनके पति को सिर में गोली मारी। मैंने उनसे कहा, मेरे पति को मार दिया, मुझे भी मार दो। इस पर आतंकी बोले- तुम्हें नहीं मारेंगे, जाओ मोदी को बता दो। एक दिन पहले ही मंजुनाथ ने सोशल साइट पर वीडियो डालकर कहा था कि वहां घूमने में बहुत आनंद आ रहा है।
पहलगाम हमले की टीआरएफ ने ली है जिम्मेदारी
हमले में करीब 20 लोग घायल हुए हैं। हालांकि सरकार ने अभी सिर्फ 16 मौतों की पुष्टि की है। वहीं, सुरक्षा एजेंसियों ने देर रात कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। तीन जुलाई से शुरू होने जा रही श्रीअमरनाथ यात्रा से पहले इस कायराना हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा से जुड़े गुट द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है।