रांची। केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने गुरुवार को रांची में आयोजित तसर अनुसंधान केंद्र के 61वें स्थापना दिवस पर राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार का झुकाव एक वर्ग विशेष की ओर अधिक है, जबकि आदिवासी समाज की अनदेखी की जा रही है। उन्होंने कहा कि झारखंड के आदिवासियों को दूसरे धर्म में परिवर्तित किया जा रहा है, लेकिन राज्य सरकार इस पर नियंत्रण नहीं कर पा रही है।
गिरिराज सिंह ने कहा कि केवल नारे लगाने से विकास नहीं होगा। उन्होंने सुझाव दिया कि सरकार आदिवासियों को जंगलों में खेती और रेशम उत्पादन की अनुमति दे, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि वन क्षेत्रों में फलदार वृक्ष लगाए जाएं ताकि आदिवासी समुदाय को आर्थिक लाभ मिले। मंत्री ने बताया कि वर्तमान में लगभग 80 हजार हेक्टेयर वन क्षेत्र मौजूद है, लेकिन उसमें फलदार वृक्षों की कमी है। ऐसे वृक्ष न केवल पर्यावरण के लिए लाभकारी हैं, बल्कि स्थानीय लोगों की आजीविका में भी सहायक हो सकते हैं।
बिहार की राजनीति पर बोलते हुए गिरिराज सिंह ने राष्ट्रीय जनता दल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भ्रष्टाचार उनकी विचारधारा का हिस्सा है। उन्होंने दावा किया कि आगामी चुनावों में एक बार फिर एनडीए सत्ता में लौटेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वैश्विक कूटनीतिक प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी ने दुनिया में भारत की नई पहचान बनाई है।
इस अवसर पर उन्होंने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत तसर अनुसंधान केंद्र में पौधारोपण किया और ‘मेरा रेशम, मेरा अभियान’ की भी शुरुआत की। उन्होंने कहा कि आने वाले 100 दिनों में एडवांस टेक्नोलॉजी किसानों तक पहुंचाई जाएगी और एक लाख से अधिक किसानों को रेशम उत्पादन से जोड़ा जाएगा। 26 राज्यों के 120 जिलों में रेशम क्षेत्र के विस्तार की योजना है, जो आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित होगी।